अगर आप बारहवीं कक्षा में पढते हैं या फिर आपने बारहवीं कर ली है तो आप जरूर सोचते होंगे कि कंप्यूटर के ऐसे कौन से कोर्स करें जिससे जॉब मिलने में आसानी हो तो इस पोस्ट में मैं आपको कुछ ऐसे कोर्स बताउंगा जो आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं बारहवीं के बाद किए जाने वाले कंप्यूटर कोर्स Computer Courses After 12th in Hindi
बारहवीं के बाद किए जाने वाले कंप्यूटर कोर्स Computer Courses After 12th in Hindi
बेसिक कंप्यूट कोर्स Introduction of Computer
(कोर्स की अवधि – 4 महीने)
इस कोर्स में कंप्यूटर के बारे में बिलकुल बेसिक से जानकारी दी जाती है इस कोर्स में आपको बताया जाता है कि कंप्यूटर को चलाते कैसे है, सॉफ्टवेयर होते क्या है और इनका इस्तेमाल किस प्रकार करते हैं और आप अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी में कंप्यूटर का इस्तेमाल कहां और किस प्रकार कर सकते हैं
बेसिक कंप्यूटर कोर्स का सिलेबस
इस कोर्स में आपको वर्ड, एक्सेल, पावरप्वांइट, एक्सेस, आउटलुक, पब्लिशर, फोटोशॉप, कोरल ड्रॉ, ऑपरेटिंग सिस्टम की बेसिक जानकारी, इंटरनेट की बेसिक जानकारी, Paint इत्यादि सीख सकते हैं
एम एस ऑफिस कोर्स MS Office Course
(कोर्स की अवधी – 3 महीने)
यह एक ऐसा कोर्स है जिसमें आपको एम एस ऑफिस के बारे में बिलकुल बेसिक से जानकारी दी जाती है कि एम एस ऑफिस होता क्या है इसका ऑफिस में कैसे और कहां इस्तेमाल होता है इस कोर्स में आपको ऑफिस के 6 सॉफ्टवेयर जिसमें वर्ड, एक्सेल, पावरप्वांइट, एक्सेस, आउटलुक, पब्लिशर इत्यादि के बारे में बिलकुल बेसिक से सिखाया जाता है यह एक ऐसा कोर्स है जिसका ऑफिसों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है यह बहुत ही पावरफुल कोर्स है जिसको सीखने के बाद आप घंटों के काम को मिनटों मे कर सकते हैं
एम एस ऑफिस कोर्स का सिलेबस
इस कोर्स में आपको वर्ड, एक्सेल, पावरप्वांइट, एक्सेस, आउटलुक, पब्लिशर इत्यादि के बारे में बिलकुल बेसिक से सिखाया जाता है
डीपीटी कोर्स DPT Course
(कोर्स की अवधी – 6 माह)
ये कोर्स बहुत महत्वपूर्ण कोर्स है जो लोग फोटोशॉप, साइबर कैफे, या फिर अगर आप शादी के कार्ड की डिजाइन करते हैं तो ये कोर्स आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है,इस कोर्स को करने की फीस बहुत कम होती है और फीस को कम या ज्यादा रखना इन्स्ट्रीयूट पर डिपेड करता है
डीपीटी कोर्स का सिलेबस
इस कोर्स में आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी, फोटोशॉप, कोरल ड्रॉ, पेज मेकर, इंटरनेट, ई-मेल इत्यादि के बारे में सिखाया जाता है
साइबर सुरक्षा और एथिकल हैकिंग कोर्स Cyber Security and Ethical Hacking Course
(कोर्स की अवधी- 4 वर्ष)
आज इंटरनेट के माध्यम से आप कहीं भी किसी के साथ भी कनेक्ट हो सकते हैं, आज इंसान की पहुंच दुनिया के हर कोने में पहुंच चुकी है,आप इंटरनेट के माध्यम से आज Social Networking, Online Shopping, Studying, Online Job इत्यादि आसानी से कर सकते हैं, आज जितनी इंटरनेट ने तरक्की की है उसी हिसाब से अपराधों की भी बढ़ोतरी हुई है, साइबर क्राइम बढ़ने का सबसे बड़ा कारण इंटरनेट को मान सकते हैं पहले लोगों को इंटरनेट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी पर आज ऐसा नहीं है आज आप दुनिया के किसी भी कोने में देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि Crimes की बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण Internet ही है
साइबर सुरक्षा और एथिकल हैकिंग कोर्स का सिलेबस
इस कोर्स में आपको साइबर सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाती है, Digital Forsensic, IT & Cyber Laws, Malware Analysis, Security Operation Centre इत्यादि के बारे में सिखाया जाता है
प्रोग्रामिंग लैग्वेंज कोर्स Programming Language Course
(कोर्स की अवधी – 6 माह)
कंप्यूटर एक प्रकार की मशीन है जो कम समय में बहुत सा काम कर सकता है और आज के मॉर्डन कंप्यूटर तो कुछ ही सेकेण्ड में मिलियन या ट्रिलियन कैलकुलेशन कर सकते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि कंप्यूटर अपने आप कुछ भी नहीं कर सकते हैं अगर आपको कंप्यूटर से कोई भी काम कराना होता है तो आपको उसे Instruction देने होते हैं जो Instruction आप कंप्यूटर को देते हैं उन्हीं को प्रोग्राम कहा जाता है
जो व्यक्ति कंप्यूटर को Instruction देता है उसे प्रोग्रामर कहा जाता है आज के कंप्यूटरों में बहुत सारे प्रोग्राम होते हैं, जो प्रोग्राम आपके कंप्यूटर के हार्डवेयर रिर्सोसेज को मैनेज करते हैं उन्हें सिस्टम प्रोग्राम कहा जाता है, और जो प्रोग्राम कुछ Special काम करते हैं जैसे वेब ब्राउजर, नोटपैड इत्यादि उनको एप्लीकेशन प्रोग्राम कहा जाता है
ये एक ऐसी भाषा है जिसके जरिए हम कंप्यूटर से बात कर सकते हैं आज के समय में बहुत तरह की प्रोग्रामिंग लैग्वेंज मौजूद है जैसा कि मैं आपको बता चूंका हूं कि कंप्यूटर को कुछ इस तरह से बनाया गया है कि वो बाइनरी भाषा को आसानी से समझ पाता है
प्रोग्रामिंग लैग्वेंज कोर्स का सिलेबस
इस कोर्स में आपको DPT, बेसिक कंप्यूटर, Cyber Safety, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, मल्टीमीडिया, प्रोग्रामिंग लैग्वेंज इत्यादि जैसे कोर्स कराए जाते हैं
वेब डिजाइनिंग कोर्स Web Designing Course
(कोर्स की अवधी – 2 वर्ष)
अभी के समय में सभी बिजनेस ऑनलाइन हो चुके हैं तो उनको चलाने के लिए वेबसाइट की आवश्यकता होती है और किसी भी वेबसाइट को एक Web Developer ही बनाता है और Web Developer बनने के लिए आपको Web Development का कोर्स करना पडता है इस कोर्स को करते समय छात्रों को एचटीएमएल, सीएसएस, Java इत्यादि कंप्यूटर की भाषाओं का ज्ञान दिया जाता है इस कोर्स को करने के बाद आपको और भी ज्यादा Opportunities मिल सकती है क्योंकि आज दिन प्रतिदिन टेक्नोलॉजी बढती जा रही है वैसे-वैसे छात्रों के लिए Opportunities भी बढती जा रही है इस कोर्स को भी आप बारहवीं के बाद कर सकते हैं
वेब डेवलपमेंट कोर्स का सिलेबस
वेब डिजाइनिंग की मूल बातें, मल्टीमीडिया और उसके अनुप्रयोग, वेब टेक्नोलॉजी, वेब डिजाइनिंग, कंप्यूटर ग्राफिक्स, कंप्यूटर विज्ञान, एचटीएमएल, सीएसएस, JavaScript, एनीमेशन तकनीक इत्यादि सिखाया जाता है
डिजिटल मार्केटिंग कोर्स Digital Marketing Course
(कोर्स की अवधी – 6 माह)
डिजिटल मार्केटिंग ऐसी मार्केटिंंग होती है जो डिजिटली मतलब इंटरनेट के माध्यमों से की जाती है अभी के समय डिजिटल मार्केटिंग बहुत बडा मार्केट बन चुका हे जिसकी वजह से आज हर व्यक्ति अपने व्यापार को डिजिटल मार्केटिंग की मदद से बढाना चाहता है
आज बहुत सारे लोग डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स कर रहे हैं यह कहना गलत नहीं होगा कि अभी के समय में डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स सबसे टॉप कोर्स है इस कोर्स के जरिए छात्रों को Modern Skill सिखाए जाते हैं जिससे वह मार्केटिंग करके अपने सामान को ज्यादा से ज्यादा Customers तक पहुंचा पाते हैं इस कोर्स को भी आप दसवीं के बाद कर सकते हैं
डिजिटल मार्केटिंंग कोर्स का सिलेबस
Search Engine Optimization, Search Engine Marketing, डिजिटल मीडिया योजना, वेब एनालिटिक्स, सोशल मीडिया मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग, E Commerce Management, इत्यादि बताया जाता है
डीसीए कोर्स DCA Course
(कोर्स की अवधी – 6 माह)
डीसीए का पूरा नाम डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन होता है, ये कंप्यूटर का डिप्लोमा होता है, अगर आप डीसीए का कोर्स कर लेते हैं तो आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी हो जाती है क्योंकि इस कोर्स में आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी दी जाती है, इस कोर्स को करने के बाद आपको जॉब मिलने में आसानी हो जाती है क्योंकि डीसीए एक शॉर्ट टर्म डिप्लोमा कोर्स होता है,इसे करने के बाद आपको कंप्यूटर का सर्टिफिकेट मिल जाता है जो आपको कई तरह की जॉब में मददगार साबित होता है
अगर आप किसी जॉब के लिए अप्लाई कर रहे हैं और अगर वहां आपसे कंप्यूटर का डिप्लोमा मांगा है तो आप वहां पर डीसीए का डिप्लोमा लगा सकते हैं ये वहां पर मान्य होता है, ये एक ऐसा कोर्स होता है जो बहुत कम समय में हो जाता है इसमें आपको एम एस वर्ड, पावर पॉइंट, एम एस एक्सेल इत्यादि की पूरी जानकारी दी जाती है
डीसीए कोर्स का सिलेबस
एचटीएमएल, Fundamental, वर्ड, एक्सेल, Powerpoint, एक्सेस, आउटलुक, पब्लिशर, फोटोशॉप, कोरल ड्रॉ, टैली, एक्सेल एमआईएस, वीडियो एडिटिंग इत्यादि जैसे कोर्स कराएं जाते हैं
कंप्यूटर नेटवर्किंग कोर्स Computer Networking Course
(कोर्स की अवधी – 1 वर्ष)
नेटवर्किंग में एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर डेटा भेजा जाता है आज कल ज्यादातर काम ऑनलाइन हो रहे हैं तो ऐसे में ये कोर्स आपके लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है इस कोर्स को करने के बाद आप सरकारी या प्राइवेट नौकरी प्राप्त कर सकते हैं इस कोर्स को करने के बाद नेटवर्क इंजीनियर, नेटवर्क सिक्योरिटी एक्सपर्ट, डेस्कटॉप सपोर्ट इंजीनियर इत्यादि जॉब प्राप्त कर सकते हैं
कंप्यूटर नेटवर्किंग कोर्स का सिलेबस
इस कोर्स में आपको कंप्यूटर नेटवर्किंग के बारे में, इंटरनेट वर्किंग के बारे मेें, नेटवर्क कैसे बनाते हैं इत्यादि जानकारी दी जाती है
ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स Graphic Designing Course
(कोर्स की अवधी – 4 वर्ष)
ग्राफिक डिजाइनिंग एक ऐसा कोर्स है जिसके जरिए आप किसी भी चीज को आकर्षित बनाकर लोगों के सामने ला सकते हैं आज के समय में ग्राफिक्स का बहुत ज्यादा उपयोग हो रहा है इसलिए आज ज्यादातर लोग ग्राफिक में ही कैरियर बनाना पसंद करते हैं, ग्राफिक डिजाइनर का मुख्य काम यही होता है कि वो किसी भी चीज को जैसे वेबसाइट, पेज इत्यादि को आकर्षित बनाकर लोगों के बीच पहुंचाए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग उसको देख सकें
ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए सबसे जरूरी चीज क्रिएटिविटी होती है इसके अलावा कंप्यूटर में एडोब फोटोशॉप या और भी बहुत से सॉफ्टवेयर है उनका इस्तेमाल करना आना चाहिए जिससे जब भी आप कोई डिजाइन बनाए वो सभी को पसंद आए, ग्राफिक डिजाइन में अपना करियर बनाने के लिए आपको पढ़ाई के साथ-साथ आपको अपने स्किल को और बेहतर बनाना होता है
ग्राफिक डिजाइन के क्षेत्र में आज तमाम तरह के कोर्स मौजूद है जिसमें फॉउडेशन से लेकर चार साल तक के डिग्री कोर्स होते हैं,ग्राफिक डिजाइन का कोर्स करने के लिए आपको 10वीं पास करना बहुत जरूरी होता है
ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स का सिलेबस
कोरल ड्रॉ, फोटोशॉप, 3 डी, जैसे कई सॉफ्टवेयर के बारे में सिखाया जाता है इसके अलावा डिजिटल ऑडियो वीडियो प्रोडेक्शन के अलावा ग्राफिक से जुडी कई टेक्निकल चीजों के बारे में बताया जाता है
कोर्स ऑन कंप्यूटर कॉन्सेप्ट्स कोर्स CCC Course
(कोर्स की अवधि – 3 माह)
CCC एक कंप्यूटर का कोर्स होता है, इस कोर्स को कराने वाली संस्था का नाम NIELIT ( National Institute of Electronic and Information Technology) है, ये एक ऐसा कोर्स है जो सरकार के द्वारा प्रमाणित होता है और हर जगह मान्य होता है, इस कोर्स के सर्टिफिकेट को आप किसी भी प्रकार नौकरी में इस्तेमाल कर सकते हैं
CCC कोर्स को कोई भी व्यक्ति कर सकता है बस उस व्यक्ति की रुचि कंप्यूटर में होनी चाहिए, इस कोर्स को करने के लिए आपको किसी खास Qualification की जरूरत नहीं होती है इस कोर्स को कोई भी कर सकता है फिर चाहे किसी ने 8वीं पास की हो, या 10वीं पास की हो, या 12वी पास की हो या ग्रेजुएट हो, अगर आप कंप्यूटर का कोई कोर्स करना चाहते हैं तो आप CCC का कोर्स कर सकते हैं
कोर्स ऑन कंप्यूटर कॉन्सेप्ट्स कोर्स का सिलेबस
कंप्यूटर के परिचय के बारे में, कंप्यूटर के वर्गीकरण, कंप्यूटर की संरचना, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर, प्रोग्रामिंग भाषाएं, Libre Office इत्यादि के बारे में बताया जाता है
इसके अलावा मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि यदि आप एक प्रोफेशनल कंप्यूटर कोर्स करना चाहते हैं, तो मैं आपको मेरी एक ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म PCSKILL.IN के बारे में जरूर बताना चाहूंगा।
जहां से आप डीसीए (Diploma In Computer Application) कोर्स कर सकते है। यह काफी प्रोफेशनल और यूज़फुल कोर्स है। जिसकी मदद से आप कंप्यूटर के बारे में ढेर सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जैसे कि
Diploma in Computer Application in Hindi
- कंप्यूटर फंडामेंटल (Computer Fundamental)
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड (Microsoft Word)
- माइक्रोसॉफ्ट एक्सल (Microsoft Excel (Beginners to Advance)
- माइक्रोसॉफ्ट पावर पॉइंट (Microsoft PowerPoint)
- माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस (Microsoft Access)
- माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशर (Microsoft Publisher)
- माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक (Microsoft Outlook)
- टैली प्राइम + जीएसटी रिटर्न्स (Tally Prime with GST Returns)
- फोटोशॉप (Photoshop Full Course)
- कोरल ड्रॉ (CorelDraw Full Course)
- एक्सेल एम आई एस (Excel MIS Full Course)
- एक्सेल पावर क्वेरी (Excel Power Query Full Course)
- गूगल शीट्स (Google Sheets Full Course)
- वीडियो एडिटिंग (Video Editing Full Course)
- एचटीएमएल (HTML Full Course)
इस कोर्स में आप ऊपर बताए गए सारे सॉफ्टवेयर और टॉपिक के बारे मे पूरे विस्तार से जानकारी पाएंगे। साथ ही हर सब्जेक्ट के अंदर प्रैक्टिस करने के लिए प्रैक्टिस फाइल भी प्राप्त करेंगे।
अगर आप इंटरेस्टेड है इस कोर्स को करने के लिए तो एक बार मेरी वेबसाइट PCSKILL.IN पर जरूर जाए। जहां पर आप को इस समय काफी अच्छा खासा डिस्काउंट मिल सकता है। तो एक बार हमारी वेबसाईट पे जरूर जाए और इस कोर्स को जरूर चेक करें।