Machine Learning क्या होता है? Explained in Easy Language !

Machine Learning’ जो डेटा और कंप्यूटर विज्ञान की दुनिया में एक अहम स्थान रखता है। आख़िर क्या है Machine Learning और ये किस काम आता है चलिए इस आर्टिकल में, हम जानें कि मशीन लर्निंग क्या है और इसकी शुरुआत कैसे हुई?






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क्या आप जानते हैं?


मशीन लर्निंग का इतिहास

मशीन लर्निंग का प्रारंभ 1950 के दशक में हुआ था, जब आर्थर सैमुअल ने शतरंज खेलने वाले कंप्यूटर प्रोग्राम बनाए, जिन्होंने खुद से खेल कर सीखा। इससे ही “मशीन लर्निंग” शब्द का जन्म हुआ। फिर, 1990 के दशक में न्यूरल नेटवर्क और डीप लर्निंग की तकनीकों के विकास ने मशीन लर्निंग को एक नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया। आज, यह तकनीक छवि पहचान, भाषण मान्यता, और और भी कई क्षेत्रों में व्यापक रूप से उपयोग की जा रही है।

Machine Learning क्या है?

मशीन learning को यदि हम आसान भाषा में कहें और जैसा कि इस शब्द से भी स्पष्ट है मशीन का स्वयं से सीखना, यानी मशीन को ऐसे प्रोग्राम कर देना कि वो अपने आप सीखने लगे, इसी को मशीन लर्निंग कहा जाता है !

मशीन लर्निंग के प्रकार

मशीन लर्निंग के मुख्य रूप से तीन प्रकार हैं:

1. सुपरवाइज़्ड लर्निंग

इसमें लेबल किए गए डेटासेट का उपयोग करके मॉडल को प्रशिक्षित किया जाता है। उदाहरण के लिए, आपके पास फ़्रॉड की पहचान के लिए ईमेल क्लासिफिकेशन हो सकता है, जिसमें हर ईमेल को ‘स्पैम’ या ‘नहीं स्पैम’ में वर्गीकृत किया जाता है।

2. अनसुपरवाइज़्ड लर्निंग

यह अलेबल डेटा से पैटर्न और समूह खोजता है, बिना किसी मार्गदर्शन के। इसका एक उदाहरण है डेटा क्लस्टरिंग, जहां डेटा को विभिन्न समूहों में विभाजित करने का प्रयास किया जाता है।

3. रिइन्फोर्समेंट लर्निंग

इस प्रकार का मशीन लर्निंग प्रोग्राम ट्रायल एंड एरर से सीखता है। यह जैसे वीडियो गेम खेलते समय खेल को सीखने का तरीका हो सकता है, जहां आप प्रतिस्पर्धाओं के साथ समर्थन प्राप्त करके सीखते हैं।

मशीन लर्निंग के अनुप्रयोग

मशीन लर्निंग का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है, जैसे:

  • चिकित्सा में रोग निदान: गैर-संवादी तरीकों से रोगों की पहचान और उपचार का समर्थन करने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग हो रहा है।
  • वाहनों को ड्राइव करना: ऑटोनोमस वाहनों के विकास में मशीन लर्निंग का एक महत्वपूर्ण योगदान है, जिससे वे स्वतंत्रता से सड़क पर चल सकते हैं।
  • वीडियो/इमेज में वस्तुओं की पहचान: यह उपयोग वीडियो स्ट्रीम में विशेष वस्तुओं की पहचान करने के लिए हो रहा है, जैसे कि फेस रिकॉग्निशन या वाहनों की पहचान।
  • स्पैम फ़िल्टरिंग: ईमेल स्पैम को पहचानने और फ़िल्टर करने के लिए मशीन लर्निंग उपयोग किया जाता है।
  • शेयर बाज़ार में भविष्यवाणी: वित्तीय बाजार में मशीन लर्निंग का उपयोग विभिन्न वित्तीय मॉडलों के लिए भविष्यवाणी करने में होता है।
  • ग्राहकों को उत्पादों की सिफारिश: आपके खरीदारों को उनकी पूर्विक खरीदी जानकारी के आधार पर उत्पादों की सिफारिश देने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग हो सकता है।

मशीन लर्निंग की चुनौतियाँ

मशीन लर्निंग के साथ कुछ चुनौतियाँ भी जुड़ी हुई हैं:

  • डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा से जुड़े मुद्दे: बड़ी मात्रा में डेटा का उपयोग करते समय गोपनीयता के सवाल उठते हैं, जैसे कि व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा।
  • नौकरियों में कमी: कुछ काम ऑटोमेट होने के साथ ही कुछ नौकरियां खो सकती हैं, जिन्हें मशीन लर्निंग के आने से कम आवश्यकता होगी।
  • पूर्वाग्रह और भेदभाव का खतरा: मशीन लर्निंग मॉडल्स में पूर्वाग्रह और भेदभाव की समस्या हो सकती है, यानी ये आधारित हो सकते हैं और तरह-तरह के लोगों के खिलाफ जा सकते हैं।

मशीन लर्निंग में उपयोगी एल्गोरिदम

मशीन लर्निंग में कई प्रकार के Algorithm का उपयोग किया जाता है, जैसे:

  • लिनियर रिग्रेशन: यह Numerical वैल्यू की भविष्यवाणी के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे कि एक वस्तु के मूल्य का पूर्वानुमान लगाना।
  • लॉजिस्टिक रिग्रेशन: यह “हाँ/नहीं” जैसे कैटेगोरिकल रेस्पॉन्स की भविष्यवाणी करता है !
  • डिसीजन ट्री: यह रिग्रेशन और क्लासिफिकेशन दोनों के लिए उपयोग किया जाता है और एक डिसीजन-मेकिंग प्रोसेस को प्रस्तुत करता है, जैसे कि एक व्यक्ति का एक प्रोडक्ट खरीदने का निर्णय लेना।
  • रैंडम फॉरेस्ट: यह कई डिसीजन ट्री के परिणामों को कॉम्बाइन करता है, जिससे मॉडल की स्टेबिलिटी बढ़ती है।
  • न्यूरल नेटवर्क: यह मानव मस्तिष्क की तरह काम करता है और विशेष रूप से डीप लर्निंग के लिए उपयोग किया जाता है।

मशीन लर्निंग का भविष्य

मशीन लर्निंग के भविष्य में बहुत रोमांचक है। कुछ मुख्य रुझान निम्नलिखित हैं:

  • ऑटोमेशन में वृद्धि: विभिन्न कार्यों के ऑटोमेशन के विकसन से कई नौकरियों में आपातकालीन बदलाव हो सकता है।
  • एडवांस न्यूरल नेटवर्क और डीप लर्निंग का उपयोग: न्यूरल नेटवर्क और डीप लर्निंग की तकनीकों का उपयोग और विकसित होगा, जिससे इसके अनुप्रयोगों का क्षेत्र और भी विस्तार होगा।
  • आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस: एक दिन, मशीनें मानव से बिना मार्गदर्शन के सीखने की क्षमता विकसित कर सकती हैं, जिसे हम ‘आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस’ कह सकते हैं।
  • एज कंप्यूटिंग के लिए मशीन लर्निंग: एज कंप्यूटिंग में मशीन लर्निंग का विकसन, सुरक्षा और संचालन को बेहतर बना सकता है।
  • डेटा की बढ़ती मात्रा का उपयोग: डेटा की बढ़ती मात्रा का सही तरीके से उपयोग करने से मशीन लर्निंग के अल्गोरिदम्स को और भी शक्तिशाली बनाया जा सकता है।
  • मशीन लर्निंग मॉडल्स की व्याख्यायोग्यता में सुधार: आने वाले समय में, मशीन लर्निंग मॉडल्स की व्याख्यायोग्यता को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे हमें अपने निर्णयों की समझ सकें।

अंत में –

मशीन लर्निंग डेटा और कंप्यूटर विज्ञान का मिलन है, जिससे हम डेटा से सिख सकते हैं और भविष्य की पूर्वानुमान और निर्णय ले सकते हैं। यह तकनीक विभिन्न क्षेत्रों में अनुप्रयोग हो रही है और भविष्य में भी इसका उपयोग बढ़ा जा रहा है, जो हमारे समाज और व्यापार को परिवर्तित कर सकता है।

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