आप सभी जब इंटरनेट पर कोई वेबसाइट ओपन करते हैं तो वहां पर Cookies का ऑप्शन आपने जरूर देखा होगा और कई वेबसाइट में आपने इसे एक्सेप्ट भी किया होगा किन्तु क्या आप जानते हैं की आखिर यह Cookies क्या हैं इसके बारे में आपने तो अवश्य देखा ही होगा लेकिन बहुत से लोगों इसके बारे में जानकारी नहीं होती है |
आज मैं आपको इस आर्टिकल में बताऊंगा की “इंटरनेट कूकीज क्या है What Are Internet Cookies In Hindi”, यह कैसे काम करती है, इसके क्या फायदे एवं नुकसान हैं इत्यादि इससे सम्बंधित सारी जानकारियां आपको इस पोस्ट में दी जाएँगी ताकि अगली बार किसी वेबसाइट पर कूकीज एक्सेप्ट करनी चाहिए या नहीं इसके बारे में पता हो | अतः इंटरनेट कूकीज के बारे में जानने के लिए इस लेख को अंतिम तक अवश्य पढ़ें क्योंकि यह बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी है और यह जानना जरूरी है कि यह हमारी गोपनीयता को कितना प्रभावित करती है।यह भी पढ़ें –
इंटरनेट कूकीज क्या है What Are Internet Cookies
इंटरनेट कूकीज छोटी – छोटी टेक्स्ट फाइलें होती हैं जो उपयोगकर्ता के मोबाइल या कंप्यूटर के कैश मेमोरी में संग्रहित रहती है इसमें उपयोगकर्ता के छोटे – छोटे डेटा फाइल मौजूद रहती है जैसे पासवर्ड, नाम, ब्राउजिंग इतिहास और शॉपिंग कार्ट इत्यादि ये सब संग्रहित रहती है |
कूकीज का उपयोग मुख्य रूप से वेबसाइटों द्वारा उपयोगकर्ता की प्राथमिकताओं को याद रखने, सामग्री प्रदर्शित करने एवं विज्ञापन दिखाने के लिए किया जाता है की उपयोगकर्ता उस साइट के साथ इंटरैक्ट करते हैं या नहीं |
इसके साथ ही कूकीज का उपयोग विशिष्ट उपयोगकर्ताओं की पहचान करने और आपके वेब ब्राउजिंग के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है तो यह थी कूकीज की परिभाषा आइये अब जानते हैं यह कैसे काम करती है जिसके पश्चात् आपको इंटरनेट कूकीज के बारे में अच्छी जानकारी हो जाएगी।
इंटरनेट कूकीज कैसे काम करती है How Internet Cookies Work
जैसा की मैंने आपको बताया की कूकीज में छोटी – छोटी डेटा फाइल संग्रहित रहती है जब उपयोगकर्ता किसी वेबसाइट पर जाता है तो उस साइट का सर्वर उपयोगकर्ता के कंप्यूटर या डिवाइस पर एक कुकी नाम का एक डेटा फाइल भेजता है जिससे कुकी उपयोगकर्ता के डिवाइस पर संग्रहित होती है |
इसमें वेबसाइट पर उपयोगकर्ता की गतिविधि के बारे में जानकारी होती है जैसे लॉगिन करना, शॉपिंग कार्ट में जोड़े गए आइटम या फिर वेबसाइट प्राथमिकताएं इत्यादि | अतः यह जानकारी वेबसाइट द्वारा उपयोगकर्ता के लिए एक व्यक्तिगत अनुभव प्रदान करने के लिए उपयोग की जाती है |
जब उपयोगकर्ता किसी वेबसाइट पर दोबारा जाते हैं तो आपका ब्राउजर जानकारी को वापिस साइट पर भेज देता है मुख्य रूप से कुकी को आपके बारे में उपयोगी जानकारी को याद रखने एवं वेबसाइट को उपयोगकर्ता से सम्बंधित गतिविधि को बताने के लिए डिजाइन किया गया है |
यहां हम इसे एक उदाहरण के तौर पर समझते हैं जब आप किसी ऑनलाइन साइट पर जाते हैं तो आपने क्या – क्या देखा या आपको किन चीजों में इंटरेस्ट है वह कूकीज के माध्यम से वेब ब्राउजर पर संग्रहित हो जाती हैं और जब आप दोबारा उसी ऑनलाइन साइट पर जाते हैं तो आपने क्या देखा था वह सारी चीजें ही आपको दिखाता है, उसी सामग्री से जुड़े जिसे आप देख रहें थे और विज्ञापन के रूप में भी दिखाए जाते हैं जिससे आप उसे देखें और खरीद लें |
ठीक इसी प्रकार अन्य वेबसाइटों पर कूकीज आपकी जानकारी को संग्रहित करने के लिए की जाती है की आप उनके किस सामग्री में ज्यादा रूचि रखते हैं तो इस प्रकार से इंटरनेट कूकीज काम करती है |
इंटरनेट कूकीज के प्रकार Types Of Internet Cookies
इंटरनेट कूकीज के विभिन्न प्रकार हैं नीचे हमने कुछ कॉमन प्रकार के बारे में बताया है जो इस प्रकार है:-
1. सत्र/अस्थायी कूकीज (Session/Temporary Cookies) :
सत्र कूकीज जिसे अस्थायी कूकीज के रूप में भी जाना जाता है यानी की इस कूकीज में उपयोगकर्ता द्वारा अपना वेब ब्राउजर बंद कर दें तो यह कूकीज हटा दी जाती है अतः जब कोई उपयोगकर्ता किसी वेबसाइट को नेविगेट करता है तो उनका उपयोग उपयोगकर्ता के सत्र जानकारी जैसे लॉगिन या शॉपिंग कार्ट डेटा को बनाये रखने के लिए किया जाता है | सत्र कूकीज का उपयोग मुख्य रूप से शॉपिंग वेबसाइटों या ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर किए जाते हैं।
2. स्थायी कूकीज (Permanent Cookies) :
स्थायी कूकीज जिसे लगातार कूकीज के रूप में भी जाना जाता है यह कूकीज आपके द्वारा वेब ब्राउजर बंद होने के बाद भी संग्रहित रहती हैं इस कूकीज का उपयोग जानकारी को स्थायी रूप से याद करने के लिए किया जाता है उदाहरण के लिए जब आप किसी भी वेबसाइट में लॉगिन करते हैं तो दोबारा आपको उसी साइट पर लॉगिन की आवश्यकता नहीं होती है |
3. प्रथम-पक्ष कूकीज (First-Party Cookies) :
प्रथम-पक्ष कूकीज उपयोगकर्ता के कंप्यूटर पर उपयोगकर्ता द्वारा सीधे देखी गयी वेबसाइट (यानी डोमेन) द्वारा संग्रहित छोटी फाइलें होती हैं इस कूकीज का उपयोग मुख्य रूप से वेबसाइट के मालिकों को एनालिटिक्स डेटा एकत्रित करने, भाषा सेटिंग को याद रखने और उपयोगकर्ता के अनुभव को प्रदान करने एवं अन्य उपयोगी कार्यों को संग्रहित करने के लिए किया जाता है |
4. तृतीय-पक्ष कुकीज (Third-Party Cookies) :
तृतीय-पक्ष कूकीज उपयोगकर्ता द्वारा देखे जाने वाले डोमेन के अलावा किसी अन्य डोमेन द्वारा उपयोगकर्ता के कंप्यूटर पर संग्रहित एक छोटी डेटा फाइलें होती है जिसका उपयोग तृतीय पक्षों द्वारा वेब उपयोगकर्ता की कुछ जानकारियों को संग्रहित करने के लिए किया जाता है यह आमतौर पर तीसरे पक्ष के विज्ञापनदाताओं या ट्रैकिंग कंपनियों द्वारा निर्धारित किये जाते हैं और कई वेबसाइटों पर उपयोगकर्ता के व्यवहार को ट्रैक करने के लिए किया जाता है |
अतः प्रथम-पक्ष की तुलना में तृतीय-पक्ष कूकीज अधिक दखल देने वाली मानी जाती है क्योंकि यह उपयोगकर्ता की जानकारी को बिना उनकी सहमति के एकत्रित कर सकती है |
इंटरनेट कूकीज की विशेषताएं Features Of Internet Cookies
इंटरनेट कूकीज की निम्न विशेषताएं हैं:-
- यह उपयोगकर्ता के लॉगिन जानकारी को याद रखती है जिससे ब्राउजिंग अनुभव अधिक सुविधाजनक हो जाता है।
- कूकीज का उपयोग लक्षित विज्ञापन और विपणन उद्देश्यों के लिए डेटा प्रदान करते हुए कई वेबसाइटों पर उपयोगकर्ता के व्यवहार को ट्रैक करने के लिए किया जाता है |
- वेबसाइट के उपयोग और प्रदर्शन पर डेटा को एकत्रित करने के लिए कूकीज का उपयोग किया जाता है जिससे वेबसाइट के मालिकों को अपनी साइट को बेहतर बनाने में मदद मिलती है |
- अतः प्रथम-पक्ष कूकीज वेबसाइट पर उपयोगकर्ता के अनुभव को और अधिक व्यवस्थित बनाने में मदद करती है |
इंटरनेट कूकीज के नुकसान Disadvantages Of Internet Cookies
इंटरनेट कूकीज के कुछ नुकसान भी हैं जिसे जानना अति आवश्यक है जो इस प्रकार है:-
- कूकीज इंटरनेट उपयोग के आधार पर प्रतिबंधित नहीं है जब भी कोई उपयोगकर्ता वेब सर्फ करता है तो बहुत सारी कूकीज जमा हो जाती है और जब तक इसे हटाया या क्लियर न किया जाये तो ये कूकीज हार्ड ड्राइव का स्थान ले लेती हैं जिससे ब्राउजर के प्रदर्शन में कमी आती है |
- कूकीज का आकार काफी छोटा होता है यह केवल 4kb तक ही जानकारियों को संग्रहित कर सकती है इसके अतिरिक्त इंटरनेट एक्सप्लोरर को छोड़कर सभी ब्राउजर एक वेबसाइट के लिए लगभग 20 कुकीज तक की ही अनुमति देते हैं |
- कूकीज का उपयोग कई वेबसाइटों पर उपयोगकर्ता के व्यवहार यानी की उनकी पहचान को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है इसलिए यह थोड़ी असुरक्षित भी है |
- अतः सभी साइटें वैध नहीं होती हैं इसके कारण कोई भी घुसपैठिया आसानी से कूकीज में संग्रहित फाइलों को खोल और जानकारियों को देख सकता है |
- कूकीज में गोपनीयता सम्बन्धी समस्याएं उत्पन्न होती है जब भी कोई उपयोगकर्ता इंटरनेट पर ब्राउज करता है तो कुकी इनेबल जितनी भी साइटें हैं वह ऑनलाइन गतिविधियों को रिकॉर्ड करती है जिससे यह सारी जानकारी उपयोगकर्ता के हार्ड ड्राइव पर संग्रहित हो जाती है और यूजर को पता नहीं होता है जिसके कारण इन जानकारी तक किसी भी थर्ड पार्टी के द्वारा पहुंचा जा सकता है |
इंटरनेट कूकीज को कैसे क्लियर करें How To Clear Internet Cookies
इंटरनेट कूकीज को क्लियर करना बहुत ही आसान तरीका है यहां पर एक बात ध्यान देने योग्य यह है की आपके द्वारा उपयोग किये जा रहे वेब ब्राउजर के आधार पर इंटरनेट कूकीज को क्लियर करने की प्रक्रिया थोड़ी भिन्न हो सकती है लेकिन नीचे बताये गए चरण आमतौर पर यही प्रक्रिया सभी वेब ब्राउजर पर होती हैं तो आइये जानते हैं:-
Step 1 : सबसे पहले क्रोम ब्राउजर को ओपन करें उसके बाद ऊपर दायीं ओर तीन बिंदु दिए होंगे उस पर क्लिक करें |
Step 2 : उसके बाद “Setting” के ऑपशन पर क्लिक करें |
Step 3 : उसके पश्चात् आपको “Privacy and Security” के ऑपशन पर जाना है |
Step 4 : फिर आपको “Clear browsing data” पर क्लिक करना है |
Step 5 : उसके बाद आपके सामने कई विकल्प होंगे आप केवल कूकीज को क्लियर करना चाहते हैं तो बाकी के विकल्पों को अनचेक कर दें |
Step 6 : उसके बाद आपको समय सीमा का चुनाव करना होगा यदि आप निश्चित अवधि के लिए कूकीज को क्लियर करना चाहते हैं तो आप सभी कूकीज या विशिष्ट समय अवधि को क्लियर करने के लिए “All Time” का चयन करें |
Step 7 : उसके बाद “Clear data” पर क्लिक कर दें |
जब आप कुकी साफ करते हैं तो क्या होता है What Happens When You Clear The Cookies
कूकीज को क्लियर करने के बाद क्या होगा यह सभी के मन में प्रश्न जरूर उठते हैं तो आइये जानते हैं इसके बारे में की आखिर कूकीज को क्लियर करने से क्या होता है:-
1. यदि आपने पहले किसी भी वेबसाइट पर लॉगिन किया था और “Remember me” के ऑप्शन पर क्लिक किया था तो कुकीज को क्लियर करने के पश्चात आप उस वेबसाइट से लॉग आउट हो जाएंगे और उसके पश्चात दोबारा उस वेबसाइट को ओपन करने के लिए आपको फिर से लॉगिन करने की आवश्यकता होगी |
2. आपने ब्राउजर में जो कुछ भी देखा था उसकी हिस्ट्री हट जाएगी कूकीज को क्लियर करने के पश्चात् |
3. जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं तो आपकी प्राथमिकताओं जैसे आपकी भाषा या क्षेत्र को याद रखने के लिए कूकीज का उपयोग करती हैं किंतु कूकीज क्लियर करने के पश्चात वेबसाइट के डिफॉल्ट सेटिंग में ये प्राथमिकताएं रिसेट हो जाएँगी |
4. बहुत सारी वेबसाइटें ऐसी हैं जो आपके ब्राउजिंग हिस्ट्री के आधार पर लक्ष्य करके कूकीज का उपयोग करके विज्ञापन दिखाते हैं किंतु आपके द्वारा कूकीज क्लियर कर देने के कारण आपको विज्ञापन कम दिखाई देंगे क्योंकि ब्राउजर हिस्ट्री रिसेट हो जाती है |
5. कई वेबसाइटें आपके प्राथमिकताओं एवं सुविधाओं को प्रदान करने के लिए कूकीज का उपयोग करते हैं किंतु आपके द्वारा कूकीज क्लियर कर देने के पश्चात आप उन वेबसाइटों की सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं यानी की वह सुविधाएं काम नहीं करेंगी |
तो इस प्रकार यह कुछ बातें हैं जो कूकीज क्लियर कर देने के पश्चात् हो सकती हैं लेकिन कूकीज को क्लियर करना आपकी गोपनीयता की रक्षा करने और आपके ब्राउजर के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के का एक अच्छा तरीका है किन्तु इससे आपको वेबसाइटों से लोग आउट करने या प्राथमिकताओं को रीसेट करने में कुछ असुविधा हो सकती है |
इंटरनेट कूकीज पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs On Internet Cookies
Q1. कूकीज को स्वीकार करने पर क्या होता है?
Ans – जब कूकीज को स्वीकार किया जाता है तो उपयोगकर्ता के डिवाइस पर संग्रहित हो जाती है जो आपके ब्राउजर से डेटा को ट्रैक और एकत्र कर सकती हैं और उस डेटा को वेबसाइट के मालिक को वापस भेज सकती हैं | अतः वेबसाइट इस जानकारी का उपयोग उपयोगकर्ता की जानकारी, लॉगिन क्रेडेंशियल एवं अन्य डेटा को याद करने के लिए कर सकती है |
Q2. कूकीज को अस्वीकार करने पर क्या होता है?
Ans – यदि आप कूकीज को अस्वीकार करते हैं तो निम्न समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे – वेबसाइट आपकी प्राथमिकताओं, लॉगिन जानकारी एवं अन्य डेटा को याद करने में सक्षम नहीं हो सकती और आपको दोबारा मैन्युअली रूप से किसी वेबसाइट पर लॉगिन जानकारी दर्ज करने की आवश्यकता होगी |
Q3. क्या इंटरनेट कूकीज सुरक्षित हैं?
Ans – इंटरनेट कूकीज मुख्य रुप से स्वयं सुरक्षित होती हैं और उपयोगकर्ता के डिवाइस को नुकसान नहीं पहुंचा सकती हैं किन्तु कुछ साइबर हमले कूकीज को हाईजैक कर सकते हैं आपके ब्राउजिंग सत्रों तक पहुंचने में सक्षम हो सकते हैं इसलिए कूकीज को क्लियर करने की सलाह दी जाती है |
आपने क्या सीखा What Have You Learned
इस आर्टिकल में अपने सीखा की इंटरनेट कूकीज क्या है, यह कैसे काम करती है, इसकी क्या विशेषताएं हैं और इसे कैसे क्लियर करें इत्यादि तो कुल मिलाकर कूकीज बहुत ही महत्वपूर्ण है यह इनेबल होने से हमें बार – बार किसी भी वेबसाइट जिसका हम दोबारा उपयोग करते हैं उन्हें लॉगिन नहीं करना पड़ता है |
मैं आशा करता हूँ की मेरे द्वारा दी गयी यह जानकारी आपलोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण होंगी अगर इससे सम्बंधित आपके पास कोई भी प्रश्न हो तो हमें कमेंट करके अवश्य बताएं | अतः आपको यह पोस्ट पसंद आयी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि उन सभी को इंटरनेट कूकीज के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके धन्यवाद |