Computer की भाषा में Data सूचनाओं, तथ्य तथा आंकड़ों का संग्रह होता है जो व्यवस्थित और अवव्यस्थित दोनों तरीको से इकठ्ठा किया जा जाता है जिसकाे Computer द्वारा प्रोसेस कर जरूरी जानकारी प्राप्त की जाती है यानी कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस की जा सकने वाली सभी प्रकार की जानकारी डाटा कहलाती है, आकड़ों का संकलन के आधार पर डाटा दो प्रकार का होता है प्राथमिक आंकड़े ( Primary Data ) और द्वितीय आंकड़े (Secondary Data) तो आईये जानते हैं – प्राइमरी डाटा एंड सेकेंडरी डाटा क्या है – Primary Data and Secondary Data in Hindi
प्राइमरी डाटा एंड सेकेंडरी डाटा क्या है – Primary Data and Secondary Data in Hindi
हर कोई व्यक्ति अपनी जरूरत के हिसाब से डाटा का संकलन करता है लेकिन यह आंकडें दो प्रकार संकलन यानि इकठ्ठा किये जाते हैं –
कंप्यूटर सूचना एवं डाटा की परिभाषा – Definition of Computer Information and Data
👉 प्राइमरी डाटा क्या है – What is Primary Data in Hindi
जब किसी संस्था या अनुसंधानकर्ता द्वारा कोई डाटा पहली बार शुरू से लेकर अंत इकठ्ठा किया जाता है तो ऐसे डाटा को प्राथमिक आंकड़े या प्राइमरी डाटा ( Primary Data ) कहते हैं, यह ऑरीजनल डाटा (Original Data) होता है,यानि ऐसा डाटा जिसे पहली बार बिलकुल नये सिरे से कलैक्ट किया जाता है उसे प्राइमरी डाटा ( Primary Data ) कहते हैं, इसमें भारत की जनसंख्या का डाटा भी हो सकता है या किसी स्कूल के सभी बच्चों का डाटा भी शामिल हो सकता है
- यह बिलकुल नये सिरे से इकठ्ठा किया जाता है
- प्राइमरी डाटा ( Primary Data ) को कलैक्ट करने में बहुत पैसा खर्च होता है
- प्राइमरी डाटा ( Primary Data ) बहुत सटीक होता है
- प्राइमरी डाटा ( Primary Data ) बहुत उपयुक्त होता है
- प्राइमरी डाटा ( Primary Data ) बहुत विश्वनीय होता है
- लेकिन इसमें टाइम भी बहुत खर्च होता है
- साथ ही मैन पावर भी लगती है यानि लोगों की जरूरत भी होती है
- डाटा को इकठ्ठा करने में कठिनाई भी होती है
👉 सेकेंडरी डाटा क्या है What is Secondary Data in Hindi
द्वितीय आंकड़े ( Secondary Data ) या सेकेंडरी डाटा वह डाटा होता है, जो पहले से ही किसी संस्था या अनुसंधानकर्ता द्वारा इकठ्ठा किया जा चुका होता है और नया अनुसंधानकर्ता इसी पहले से कलैक्ट डाटा का प्रयोग का नई सूचना तैयार करता है जैसे अगर भारत की जनसंख्या का डाटा आपके पास पहले से है तो आप उसमें से बडी आसानी से यह अपने शहर में किनते प्रतिशत लोग साक्षर हैं और कितने प्रतिशत लोग निरक्षर हैं पता लगा सकते हैं लेकिन आपने वह डाटा पहले से कलैक्ट भारत की जनसंख्या के डाटा से प्राप्त किया इसलिये यह डाटा सेकेंडरी डाटा ( Secondary Data ) कहलायेगा
- किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा कलैक्ट डाटा का इस्तेमाल किया जाता है
- सेकेंडरी डाटा ( Secondary Data ) को कलैक्ट करने में बहुत कम पैसा खर्च होता है
- सेकेंडरी डाटा ( Secondary Data ) बहुत कम सटीक होता है
- सेकेंडरी डाटा ( Secondary Data ) बहुत उपयुक्त नहीं माना जाता है
- सेकेंडरी डाटा ( Secondary Data ) बहुत कम विश्वनीय होता है
- इसमें टाइम भी बहुत कम खर्च होता है न के बराबर क्योंकि यह पहले से ही तैयार होता है
- लोगों की जरूरत नहीं पडती है
- डाटा को इकठ्ठा करने में कोई कठिनाई भी होती है
Tag – प्राइमरी डाटा एंड सेकेंडरी डाटा in hindi, प्राइमरी एंड सेकेंडरी डाटा in hindi, प्राइमरी डाटा एंड सेकेंडरी डेटा इन हिंदी, प्राइमरी एंड सेकेंडरी डेटा इन हिंदी, secondary data in hindi, व्हाट इस सेकेंडरी डाटा, primary data, प्राइमरी डाटा क्या है