Google SEO Hindi से बढायें Blog traffic
काफी समय से इन्टरनेट में खराबी आने के कारण मैं ब्लाग पर काम नहीं कर पाया परन्तु इन 10 दिनों में SEO के बारे में जानकारी प्राप्त की, जो आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हॅू।
जैसा कि मैंने अपने पिछले लेख हिन्दी सर्च इंजन में यह बता चुका हॅू कि सर्च इंजन हमारे लिये बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, इन्हीं की बदौलत हमारे ब्लाग हमारे पाठकों तक पहॅुच पाते हैं, लेकिन अभी भी बहुत से ब्लाग लेखक हैं जो काफी समय से और बहुत अच्छे लेख अपने ब्लाग लिख रहे हैं, फिर भी पाठकों की पहॅुच उन तक नहीं बन पायी है, और यह भी देखने में आया है कि कुछ नये ब्लागर्स कुछ ही समय में पाठकों से अपना जुडाव बना लेते हैं।
आप भी कुछ नियमों का पालन कर अपने ब्लाग के यातायात में इजाफा कर सकते हैं।
ब्लाग या साइट का नाम सबसे अलग और नया हो तथा आपके ब्लाग सा साइट की विषय वस्तु, सामग्री से मेल भी खाता हो तथा ज्यादा लम्बा न हो, छोटा और यूनिक नाम पाठकों को जल्दी याद हो जाता है। इसी नाम को इन्टरनेट की भाषा में यू0आर0एल0 कहते हैं। यू0आर0एल0 जितना छोटा और यूनिक होगा सर्च इंजन की पकड में आसानी से आ जायेगा। पाठक पर पहला इन्प्रेशन आपके यू0आर0एल0 से ही पडता है। कहते हैं ना first impression is the last impression यानी नाम में ही वो बात हो जो कि पाठक आपके नाम को ही पढकर ब्लाग देखने के लिये मजबूर हो जाये।
अगर आप अपने ब्लाग को Top पर पहॅुचाना चाहते हैं तो आप जो कुछ भी लिख रहे हैं, वह आपका स्वंय का होना चाहिये किसी अन्य ब्लाग सा साइट से कॉपी पेस्ट न किया हो यह आपके ब्लाग/साइट को बहुत हानी पहॅुचा सकता है, अपने लेखन में नवीनता लाने का प्रयास करें, हो सकता है कि आप जिस विषय पर लिख रहे है, उस पर कोई व्यक्ति पहले से ही लिख चुका हो। हर किसी के अपनी बात कहने का तरीका अलग होता है साथ ही साथ यह भी ध्यान रखें कि ब्लाग पर आने के बाद यदि पाठक को कोई काम की जानकारी नहीं मिली तो दोबारा आपके ब्लाग पर कभी नहीं आयेगा। इसके लिये अपनी सामग्री से सम्बन्धित keywords को मिलाकर कुछ श्रेष्ठ और उत्तम लेख तैयार कर करें। इसमें Google Trends की मदद ले सकते हैं, यहॉ आप आपने विषय वस्तु से सम्बन्धित की-वर्ड डालकर यह पता लगा सकते हैं, कि वह शब्द पूर विश्व अथवा भारत या अन्य किसी देश में कितना लोकप्रिय है, अगर आप हिन्दी लेखक हैं, तो आपका ब्लाग लेवल भारत तक ही सीमित होगा। यहॉ नीचे दिये गये चित्र में मैंने राम शब्द को सर्च कराकर देखा है कि वह कितना लोकप्रिय है
यहॉ वह एक ग्राफ के माध्यम से राम शब्द की लोकप्रियता को दर्शा रहा है तथा नीचे उसी शब्द की क्षेत्रीय दिलचस्पी को भी दर्शा रहा है, साथ ही साथ सम्बन्धित शब्दों को भी प्रदर्शित किया जा रहा है, जो सर्वाधिक सर्च किये जाते हैं। इन शब्दों का प्रयोग आप अपने लेख में इस प्रकार करें, कि एक सार्थक वाक्य का निर्माण हो, ऐसा नहीं कि कहीं भी बीच में लिख दिया।
पोस्ट लिखते समय यह ध्यान रखिये कि पोस्ट का टाइटल ऐसा हो जो गागर में सागर के समान हो, ब्लाग यू0आर0एल0 के बाद पाठक की पहली नजर आपकी पोस्ट टाइटलों पर होती है, यदि कुछ प्रभावी मिलता है,तो पाठक स्वंय को उसे पढने से रोक नहीं पाता है। यहॉ यह ध्यान में रखे जब आपके पोस्ट टाइटल बनाते हैं, और उसे प्रकाशिक करते हैं, तो उस टाइटल का एक यू0आर0एल0 बन जाता है, अगर आप हिन्दी में ब्लाग लिख रहे है तो अगर हो सके टाइटल को एक बार इंगलिश में लिख कर पोस्ट कर दे और बाद में उस टाइटल को हिन्दी में लिखकर संशोधित कर दें, क्योंकि आप हों या मैं इन्टनेट पर सर्च सकते समय इंगलिश में ही टाइप करते हैं, और हिन्दी यू0आर0एल0 सर्च नहीं हो पाते हैं।
मेटाटेग आपके ब्लाग या साइट का संक्षिप्त विवरण होता है तथा इन्टरनेट सर्च इन्जन पर अन्य बेवसाइट की भीड से आपकी साइट सा ब्लाग को अलग रखने में सहायक होता है, यदि कोई कम्प्यूटर सम्बन्धित ब्लाग हिन्दी में लिखता है, तो वह ज्यादातर इस मेटाटेग का प्रयोग करता है, hindi
tech blog, internet tips, computer tips, Hindi Typing, Hindi Computing,
Technology News in Hindi, Tech solutions in Hindi, Technical Blogs and
hindi tech news, Websites in Hindi और यदि कोई हिन्दी रेसपी से सम्बन्धित ब्लाग पर काम रहा है तो वह इन मेटाटेग का प्रयोग करेगा, Indian Recipes In Hindi, Learn Cooking Techniques इत्यादि और कम्प्यूटर गेम्स या मोबाइल ब्लाग चलाने वाला व्यक्ति इन मेटाटेग का प्रयेाग करता है, Full version software and pc games free download यह सभी शब्द मैं आपको उदाहरण के तौर पर बता रहा हॅू यह तो आपको तय करना है कि आप अपने ब्लाग के लिये कौन से मेटाटेग का चयन करते हैं। मेटाटेग लगाते समय सावधानी बरतें क्यों यही आपकी ब्लाग की विशेषता को प्रर्दशित करेगा।