Best Remote Access Software – क्या आप दूर रहकर घर से काम करते हैं और ऐसे में आपको अपने ऑफिस के लैपटॉप या फिर किसी अन्य के लैपटॉप से कनेक्ट होकर काम करने की जरुरत पड़ जाती है? तो क्या ऐसी कोई चीज है जिससे दो लैपटॉप को कनेक्ट करके काम को आसान बनाया जा सके? तो इसका जवाब है Remote Access Software ये वो सॉफ्टवेयर होते हैं जो एक लैपटॉप से दूसरे लैपटॉप को कनेक्ट करने में मदद करते हैं |
क्योंकि आज के इस समय में अधिकतर लोग दूर रहकर काम करते हैं चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हों घर बैठे काम सभी कोई करते हैं और उन्हें अन्य के साथ काम करने या फिर कुछ चीजों को समझाने के लिए लैपटॉप या डेस्कटॉप को कनेक्ट करना जरुरी होता है | ये तो आप जान गए की ऐसी भी कोई सॉफ्टवेयर होती है किन्तु एक सॉफ्टवेयर तो नहीं होती ऐसे कई सारे मार्केट में सॉफ्टवेयर हैं जिससे लैपटॉप को कनेक्ट किया जा सके तो आज हम इसी पर चर्चा करेंगे |
आज मैं आपको इस आर्टिकल में बताऊंगा कि Remote Access Software क्या होता है, इसके क्या फायदे हैं, बेस्ट Remote Access Software कौन-कौन से हैं और इसके अतिरिक्त दो लैपटॉप को कैसे कनेक्ट करना है इत्यादि यह सारी चीजें आपको इस लेख में जानने को मिलेंगे तो चलिए शुरू करते हैं |
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रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर क्या है What Is Remote Access Software
रिमोट एक्सेस का मतलब होता है दूरस्थ स्थानों में रह रहे लोगों के कंप्यूटर या लैपटॉप को एक साथ कनेक्ट करना जिससे काम करना सुलभ और आसान हो जाये, आज के इस डिजिटल युग में टेक्नोलॉजी इतनी अधिक विकसित हो गयी है की कहीं से भी काम करना आसान हो गया है खासकर उन लोगों के लिए जो घरों में बैठकर अपने ऑफिस के कार्य करते हैं |
Covid 19 के पश्चात् से ऑनलाइन काम का महत्व काफी अधिक बढ़ गया, अब Remote Access Software ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं जो दो लैपटॉप या डेस्कटॉप को एक साथ कनेक्ट करने में मदद करते हैं जिससे एक दूसरे के डिवाइस की स्क्रीन को देख सकें, फाइल साझा कर सकें और घर बैठे ही ऑफिस के कार्यों को कर सके इत्यादि |
रिमोट एक्सेस शब्द का उपयोग केवल लैपटॉप या फिर डेस्कटॉप डिवाइस तक को कनेक्ट करने तक सीमित नहीं है, कई डिवाइस नेटवर्क को एक – दूसरे से कनेक्ट किया जा सकता है किन्तु हम यहां पर अभी सिर्फ लैपटॉप या डेस्कटॉप डिवाइस को कनेक्ट करने पर चर्चा करेंगे |
रिमोट एक्सेस शब्द का प्रचलन काफी समय पहले ही किया गया था मतलब की यह कोई नयी टेक्नोलॉजी नहीं है इसका उपयोग काफी सालों पहले किया गया था आइये इसके इतिहास के बारे में समझते हैं –
- रिमोट एक्सेस शब्द का उपयोग तभी से किया जा रहा है जब कंप्यूटर का अविष्कार किया गया था |
- लगभग 1987 के दशक में यूनाइटेड किंगडम में जेड टेक्नोलॉजी नामक कंपनी के द्वारा किया गया था, किन्तु उस समय यह तकनीक रिमोट एक्सेस उतनी अधिक विकसित नहीं की गयी थी |
- किन्तु आज अब इस टेक्नोलॉजी का उपयोग बहुत ही व्यापक रूप से किया जाता है |
रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है How Does Remote Access Software Work
Remote Access Software के काम करने की प्रक्रिया काफी सरल है यह एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस के बीच में एक पुल की तरह काम करता है –
- सबसे पहले तो सॉफ्टवेयर को दोनों डिवाइस में इनस्टॉल करना होता है और फिर इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से दोनों को कनेक्ट किया जाता है |
- एक बार जब सॉफ्टवेयर इनस्टॉल कर लिया जाता है तो कनेक्शन के लिए पासवर्ड का उपयोग किया जाता है यानी की आपको एक मजबूत पासवर्ड बनाना होगा |
- उसके बाद फिर दोनों डिवाइस के बीच सुरक्षित रूप से कनेक्शन के लिए कई सुरक्षा कारकों का उपयोग किया जाता है जिसमें महत्वपूर्ण है VPN यानी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क यह दोनों डिवाइस के बीच एक सुरक्षा कारक के रूप में कार्य करता है और डेटा को एन्क्रिप्ट रखता है |
- फिर आप आसानी से कहीं से भी कनेक्टेड डिवाइस को एक्सेस कर सकते हैं और फिर फाइलों को स्थानांतरित कर सकते हैं इसके साथ ही आपको रिमोट एक्सेस के द्वारा डिवाइस को नियंत्रित करने की अनुमति मिलती है |
रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर की विशेषताएं Features Of Remote Access Software
Remote Access Software के कई सारी विशेषताएं हैं जिससे इसका उपयोग बहुत ही अधिक किया जाता है और इसके उपयोग को और भी आसान बनाता है तो इसके विभिन्न और मुख्य विशेषताओं में शामिल है –
1. फाइल ट्रांसफर (File Transfer) –
- एक बार जब आप दो लैपटॉप को कनेक्ट कर लेते हैं तो आपको फाइलों को स्थानांतरित करने की अनुमति मिलती है |
- Remote Access Software के इस फीचर में आप बड़ी ही आसानी से फाइलों को ट्रांसफर और एक्सेस कर सकते हैं |
- इसके अतिरिक्त आपको इसमें ड्रैग एंड ड्रॉप की सुविधा मिलती है जिससे आसानी से फाइलों को स्थानांतरित किया जा सकता है और इसके साथ ही इस फीचर में आपको पुरे फोल्डर को एक साथ ट्रांसफर करने की अनुमति मिलती है |
2. चैट की सुविधा (Chat Facility) –
- रिमोट एक्सेस टेक्नोलॉजी की यह एक महत्वपूर्ण फीचर है चैट सुविधा |
- ऐसे कई सारे Remote Access Software हैं जो चैट की सुविधा देते हैं |
- इससे आप अपने यूजर के साथ आसानी से चैट कर सकते हैं और समस्याओं का समाधान कर सकते हैं |
- यह सुविधा ईमेल चैट और कॉल से भी अधिक तेज तरीके से यूजर के साथ इंटरैक्ट करने में मदद करती है इस सॉफ्टवेयर में ही आपको उस यूजर या फिर उपयोगकर्ता के साथ बात करने की सुविधा देता है जिससे आप डिवाइस को कनेक्ट किये हुए हैं |
- यह केवल टेक्स्ट चैट ही नहीं बल्कि वीडियो चैट और कॉल चैट सुविधा भी प्रदान करता है |
3. आसान सहयोग ( Easy Collaboration) –
- रिमोट एक्सेस में केवल दो कंप्यूटर डिवाइस को कनेक्ट ही नहीं बल्कि यह आसान सहयोग को भी बढ़ावा देता है |
- इससे व्यवसायी अपने टीमों के साथ बेहतर सहयोग कर सकते हैं और काम को एक साथ मिलकर कर सकते हैं |
- कई ऐसे Remote Access Software हैं जो आसान सहयोग की सुविधा भी प्रदान करते हैं जिससे एक दूसरे के साथ बात करना, फाइलों को साझा करना, जानकारियों का आदान – प्रदान करना और व्हाइटबोर्ड जैसी कई सुविधाएं हैं जो इस फीचर में मिलते हैं |
4. रिमोट ऑडियो (Remote Audio) –
- जैसा कि इस फीचर के नाम से ही पता चल रहा है रिमोट ऑडियो यानी की ऑडियो का उपयोग करना |
- यह फीचर बहुत ही उपयोगी है इसकी मदद से आप अपनी बातों को अन्य उपयोगकर्ता जिसके साथ आपका डिवाइस कनेक्ट है उन्हें समझा सकते हैं |
- इस फीचर का उपयोग करने के लिए आपको दोनों डिवाइस में रिमोट ऑडियो को कॉन्फ़िगर करना पड़ेगा |
- इससे कई फायदे हैं सबसे पहली तो की आप मीटिंग कर सकते हैं अपनी टीमों के साथ, तकनीकी समस्या होने पर समस्याओं को ठीक करने के लिए के लिए ऑडियो का उपयोग कर सकते हैं इत्यादि |
5. क्रॉस प्लेटफॉर्म समर्थन (Cross Platform Support) –
- क्रॉस प्लेटफॉर्म समर्थन का मतलब होता है कि आप किसी भी डिवाइस को किसी भी डिवाइस प्लेटफॉर्म से कनेक्ट कर सकते हैं |
- उदाहरण के लिए मान लीजिए आपके पास एक Windows का लैपटॉप है तो आप Mac के लैपटॉप के साथ कनेक्ट कर सकते हैं |
- इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि लोग अलग-अलग डिवाइस प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं तो ऐसे में यह फीचर के उपयोग से किसी भी डिवाइस को किसी भी डिवाइस के साथ कनेक्ट करना आसान हो जाता है |
6. मल्टीपल मॉनिटर समर्थन (Multiple Monitor Support) –
- Remote Access Software में आपको कई सारे मॉनिटर को एक साथ कनेक्ट करने की सुविधा देता है |
- इसक मतलब है आप अपने स्थानीय कंप्यूटर से दूरस्थ कंप्यूटर के सभी मॉनिटर को कनेक्ट कर सकते हैं |
- जैसे की मान लीजिए आपको अपने किसी दोस्त के लैपटॉप के साथ उनके सभी मॉनिटर को कनेक्ट करना चाहते हैं तो ये फीचर उसी में काम आता है इसकी मदद से दोस्त के सभी मॉनिटर डिवाइसों को दूर से नियंत्रित करना आसान हो जाता है |
- किन्तु यहां एक बात और ध्यान देने वाली यह है की यह फीचर सभी Remote Access Software में उपलब्ध नहीं है |
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बेस्ट रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर की सूची List of Best Remote Access Software
आज कई सारे Remote Access Software हैं जिसका आप उपयोग कर सकते हैं किन्तु मैं यहां आपको कुछ मुख्य सॉफ्टवेयर के बारे बताऊंगा जिसका उपयोग मुफ्त में किया जा सकता है और इन सॉफ्टवेयर का उपयोग भी अधिक किया जाता है तो आइये सभी सॉफ्टवेयर के बारे में विस्तारपूर्वक समझते हैं –
1. AnyDesk
AnyDesk एक Remote Access Software या एक Remote Desktop Software है जो बहुत ही प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर है आज इसका उपयोग बहुत ही व्यापक रूप से किया जाता है | इसकी शुरुआत सबसे पहली 2014 में जर्मनी में हुई थी और इसका मुख्यालय स्टटगार्ट, जर्मनी में स्थित है | इसकी जो टीम है वह पुरे देश में फैली हुयी है जैसे – हांगकांग, चीन, अमेरिका इत्यादि | AnyDesk का उपयोग दूरस्थ स्थानों से कम्प्यूटरों को कनेक्ट करने और नियंत्रित करने के लिए किया जाता है |
AnyDesk की विशेषताएं
AnyDesk की मुख्य विशेषताएं हैं जिनमें शामिल है –
1. स्क्रीन शेयरिंग (Screen Sharing) – इस फीचर में आपको दूरस्थ कंप्यूटर के साथ अपनी स्क्रीन को साझा करने की अनुमति मिलती है जिससे की तकनीकी समस्याओं या फिर किसी चीज को समझने एवं समझाने में सरल हो जाता है |
2. चैट सुविधा (Chat Facility) – इस सॉफ्टवेयर में डेस्कटॉप स्क्रीन पर ही आपको टेक्स्ट चैट के साथ-साथ ऑडियो और वीडियो चैट की सुविधा उपलब्ध है |
3. सत्र रिकॉर्डिंग (Session Recording) – इस फीचर का मतलब है कि जब आप दो डिवाइस को कनेक्ट करते हैं तो कनेक्ट के दौरान क्या – क्या चीजें हुई या जो स्क्रीन पर बातचीत हुई उन सभी की रिकॉर्डिंग होती है जिससे आप बाद में उसे देख और सुन सकते हैं |
4. रिमोट प्रिंट (Remote Print) – इस फीचर का मतलब होता है कि आप दूसरे कंप्यूटर की डॉक्यूमेंट को बिना साझा किया उसे प्रिंट कर सकते हैं उदाहरण के लिए मान लीजिये आपके किसी दोस्त के पास वह डॉक्यूमेंट है जिसका प्रिंटआपको करना है तो जब आप उसके डेस्कटॉप को अपने डेस्कटॉप से कनेक्ट करते हैं तो उसके डॉक्यूमेंट को आप प्रिंटर में प्रिंट कर सकते हैं |
5. बेहतर सहयोग (Better Collaboration) – AnyDesk आपको अपने टीमों के डेस्कटॉप के साथ, IT विभागों में काम कर रहे कर्मचारियों के साथ एवं ग्राहकों के साथ बेहतर सहयोग करने में मदद करता है |
6. वेक-ऑन-लैन फीचर (Wake-on-LAN Feature) – यह फीचर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह काफी उपयोगी भी है इसकी मदद से आप डिवाइस के बंद होने पर भी उसे कनेक्ट कर सकते हैं, जैसे की मान लीजिये आपका एक डिवाइस घर पर है और एक डिवाइस आपके पास है और आप अपने घर से दूर हैं और आपके घर में जो डिवाइस है वह बंद है या यूँ कहें की Sleep Mode में है और आपको उस डिवाइस को अपने साथ वाले डिवाइस के साथ कनेक्ट करना कहते हैं तो यह फीचर यहीं काम आता है | किन्तु यहां एक बात और इसके लिए आपको अपने डिवाइस के BIOS (Basic Input/Output System) में जाकर Wake-on-LAN फीचर को मैन्युअली सक्षम करना होगा |
7. क्रॉस प्लेटफॉर्म समर्थन (Cross Platform Support) – AnyDesk लगभग सभी प्लेटफॉर्म के साथ संगत है जिसमें शामिल है – Android, iOS, macOS, Linux, FreeBSD, Raspberry Pi, Chrome OS, Windows, Apple TV इत्यादि |
AnyDesk के पक्ष और विपक्ष
AnyDesk के विशेषताओं के साथ इसके कुछ फायदे एवं नुकसान भी हैं तो आइये इसके Pros एवं Cons के बारे में समझते हैं –
Pros –
✅AnyDesk का उपयोग आप मुफ्त में भी कर सकते हैं |
✅ग्राहक सहायता उपलब्ध है, किसी भी टेक्निकल इशू होने पर आप इनकी सहायता टीम से बात करके समस्या का समाधान पा सकते हैं |
✅इसका इंटरफेस सरल है जिससे उपयोग करना आसान हो जाता है |
✅इसका जो परफॉरमेंस है वह काफी बेहतर है |
✅वास्तविक समय में कभी भी स्क्रीन शेयरिंग की सुविधा |
✅अपनी सुविधाओं के अनुसार अनुकूलित करने की सुविधा |
✅इसमें आपको उच्च सुरक्षा मिलती है और दो कारक प्रमाणीकरण भी सेट कर सकते हैं |
✅लगभग सभी डिवाइस पर उपलब्ध |
Cons –
❌मुफ्त वर्जन में सीमित सुविधा उपलब्ध है |
❌कभी – कभी फाइलों के स्थानांतरण में समस्या उत्पन्न होना |
❌कभी – कभी कनेक्शन में समस्या उत्पन्न होती है |
❌भले ही उपयोग में सरल हो किन्तु फिर थोड़े बहुत तकनीकि ज्ञान का होना जरुरी है |
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2. TeamViewer
TeamViewer एक Remote Access Software है जो पुरे विश्व में फैला हुआ है AnyDesk के समान ही इसका उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है, इसकी शुरुआत सबसे पहले 2005 में की गयी थी उसके बाद से इसे काफी विकसित किया गया और आज लगभग दो अरब से भी अधिक डिवाइस में इसे इनस्टॉल किया गया है | इसका उपयोग केवल डेस्कटॉप या लैपटॉप डिवाइस को कनेक्ट करने में ही नहीं बल्कि अन्य डिवाइस जैसे – मशीनों और रोबोट को भी दूर से नियंत्रित करने में किया जाता है |
TeamViewer की विशेषताएं
TeamViewer की कई सारी विशेषताएं हैं जिनमें शामिल है –
1. क्रॉस प्लेटफॉर्म समर्थन (Cross Platform Support) – यह सॉफ्टवेयर कई प्लेटफॉर्म के साथ संगत है जिनमें शामिल है – Windows, Chrome OS, Linux, Raspberry Pi, macOS, iOS, Android इत्यादि |
2. सत्र रिकॉर्डिंग (Session Recording) – इसमें भी AnyDesk की तरह ही दोनों डिवाइस में हुए कार्यों को रिकॉर्डिंग करने की सुविधा दी गई है |
3. 4K मल्टी-मॉनीटर समर्थन (4K Multi-Monitor Support) – यह आपको 4K रेजॉल्यूशन में हाई क्वालिटी वीडियो को देखने के साथ – साथ कई सारे मॉनिटर को एक साथ कनेक्ट करने की सुविधा प्रदान करता है |
4. फाइल ट्रांसफर (File Transfer) – डिवाइस को कनेक्ट करने के पश्चात् आप फाइलों को ट्रांसफर कर सकते हैं, इसके साथ ही आपको पुरे फोल्डर को एक साथ ही ट्रांसफर करने की सुविधा मिलती है |
5. रिमोट प्रिंटिंग (Remote Printing) – इसमें भी आप डिवाइस को कनेक्ट करने के पश्चात् बिना डॉक्यूमेंट साझा किये प्रिंट कर सकते हैं |
6. वेक-ऑन-लैन फीचर (Wake-on-LAN Feature) – इस फीचर की मदद से आप दूरस्थ डिवाइस के बंद होने पर भी कनेक्ट कर सकते हैं और उसे नियंत्रित कर सकते हैं |
7. एकीकरण (Integrations) – यह सॉफ्टवेयर कई सारे ऐप्स के साथ एकीकृत है जिनमें शामिल है – Google Meet, Jira, Salesforce, SAP, Freshworks, Microsoft Intune, Microsoft Teams, Servicenow इत्यादि | ये सभी ऍप्स के साथ मिलकर कार्यों को और आसान बनाया जाता है |
TeamViewer के पक्ष और विपक्ष
TeamViewer के विशेषताओं के साथ इसके कुछ फायदे एवं नुकसान भी हैं तो आइये इसके Pros एवं Cons के बारे में समझते हैं –
Pros –
✅व्यक्तिगत उपयोग के लिए मुफ्त संस्करण उपलब्ध |
✅उपयोग करने में आसानी |
✅ग्राहक सहायता उपलब्ध |
✅इसका प्रदर्शन काफी बेहतर है |
✅कार्यों को समय पर समाप्त के लिए स्वचालन की सुविधा |
✅लगभग सभी डिवाइस पर उपलब्ध |
✅दो कारक प्रमाणीकरण के साथ सुरक्षा उपलब्ध |
✅चैट की सुविधा उपलब्ध है |
Cons –
❌व्यावसायिक उपयोग के लिए पेड प्लान्स लेने की जरुरत |
❌मुफ्त संस्करण में सीमित फीचर्स उपलब्ध |
❌भले यह सुरक्षा प्रदान करता हो किन्तु फिर भी इसमें सुरक्षा सम्बन्धी समस्याएं देखने को मिली है |
❌कभी – कभी कनेक्शन में देरी |
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3. Zoho Assist
Zoho Assist एक Remote Access Software है जो की एक क्लाउड आधारित सॉफ्टवेयर है जिसका मतलब है की सभी फाइलें इंटरनेट के माध्यम से सर्वर पर स्टोर की जाती है | यह सॉफ्टवेयर मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप और सर्वर से बेहतर कनेक्शन प्रदान करता है इसके माध्यम से किसी भी डिवाइस को दूर से कनेक्ट करके नियंत्रित कर सकते हैं |
Zoho Assist की विशेषताएं
Zoho Assist की कई सारी विशेषताएं हैं जिनमें शामिल है –
1. फाइल ट्रांसफर (File Transfer) – इसमें एक बार डिवाइस को कनेक्ट करने के पश्चात् फाइलों को ट्रांसफर कर सकते हैं या एक बार में पुरे फोल्डर को ही ट्रांसफर कर सकते हैं जिससे समय की भी बचत होती है |
2. मल्टी-मॉनीटर नेविगेशन (Multi-Monitor Navigation) – इसमें भी एक साथ कई मॉनिटर को कनेक्ट करके स्क्रीन को देख सकते हैं, दूर से ही नियंत्री कर सकते हैं और जल्द ही कोई तकनीकी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं |
3. स्क्रीन शेयरिंग (Screen Sharing) – इस सॉफ्टवेयर की मदद से एक दूसरे की स्क्रीन को साझा कर सकते हैं |
4. एकीकरण (Integrations) – Zoho Assist कई ऍप्स के साथ एकीकृत है जिनमें शामिल है – Zendesk, Microsoft Teams, Google Suite, Slack, Zoho Desk, Jira, Freshdesk इत्यादि |
5. वेक-ऑन-लैन (Wake-On-LAN) – इस फीचर की मदद से आप दूरस्थ डिवाइस के बंद होने पर भी कनेक्ट कर सकते हैं और उसे नियंत्रित कर सकते हैं |
6. सत्र रिकॉर्डिंग (Session Recording) – इसमें भी पुरे सत्र (इसका मतलब होता है दूर से कंप्यूटर चलाने का समय) को रिकॉर्डिंग करने की सुविधा दी गई है |
7. क्रॉस प्लेटफॉर्म सपोर्ट (Cross Platform Support) – यह सॉफ्टवेयर भी कई प्लेटफार्म के साथ संगत है जिसमें शामिल है – Windows, Linux, macOS, Raspberry pi, Chrome OS, Android, iOS इत्यादि |
Zoho Assist के पक्ष और विपक्ष
Zoho Assist के विशेषताओं के साथ इसके कुछ फायदे एवं नुकसान भी हैं तो आइये इसके Pros एवं Cons के बारे में समझते हैं –
Pros –
✅15 दिनों का मुफ्त ट्रायल की सुविधा उपलब्ध है जिससे आप इस सॉफ्टवेयर को अच्छे से एक्स्प्लोर कर सकते हैं |
✅यह सॉफ्टवेयर कई सुरक्षा कारकों का उपयोग करके डिवाइस को सुरक्षित रखता है जिसमें शामिल है – बहु कारक प्रमाणीकरण और SSL इत्यादि |
✅ग्राहकों या कर्मचारियों के साथ दूरस्थ रूप से डिवाइस कनेक्ट करने पर पहले से सत्र को शेड्यूल करने की सुविधा |
✅उपयोग में आसानी |
✅चैट की सुविधा उपलब्ध है जिसमें वीडियो और ऑडियो दोनों तरह के चैट सम्मिलित हैं |
✅स्वचालित रूप से दूर से ही डिवाइस को रिबूट और रीकनेक्ट की सुविधा |
✅दूरस्थ स्थानों से ही स्क्रीन में एनोटेशन की सुविधा मतलब की चित्र, हाईलाइट, आकृति बनाना और टेक्स्ट जोड़ने जैसी सुविधाएं सम्मिलित है |
✅ग्राहक सहायता उपलब्ध |
Cons –
❌15 दिनों के ट्रायल के पश्चात इसके पेड वर्जन को खरीदने की जरूरत |
कभी – कभी धीमा प्रदर्शन |
❌एक बार कनेक्शन टूट जाने पर फिर से सत्र को शुरू करने की आवश्यकता जो थोड़ी परेशानी का कारण बन सकती है और समय लेने वाली प्रक्रिया भी |
❌रिमोट ऑडियो सुविधा उतनी बेहतर तरीके से काम नहीं करता |
Download Now – Zoho Assist
4. Chrome Remote Desktop
Chrome Remote Desktop एक Remote Access Software है जो आपको बड़ी ही आसानी से दूरस्थ रूप से डिवाइस को कनेक्ट करने की अनुमति देता है, इस रिमोट डेस्कटॉप को गूगल के द्वारा विकसित किया गया है और इसकी शुरुआत सबसे पहले अक्टूबर 2011 में की गयी थी | यह व्यावसायिक और व्यक्तिगत दोनों उपयोगकर्ताओं के लिए एक बेहतर विकल्प है, अन्य Remote Access Software की तुलना में इसका उपयोग करना बहुत ही आसान है |
Chrome Remote Desktop की विशेषताएं
Chrome Remote Desktop की कई सारी विशेषताएं हैं जिनमें शामिल है –
1. क्रॉस प्लेटफॉर्म समर्थन (Cross Platform Support) – यह सॉफ्टवेयर भी कई प्लेटफॉर्म के साथ संगत है इसके अतिरिक्त जितने भी डिवाइस क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम का समर्थन करते हैं सभी में इसका उपयोग किया जा सकता है जिनमें शामिल है – Windows, Chrome OS, Linux, iOS, Android इत्यादि |
2. स्क्रीन शेयरिंग (Screen Sharing) –इसमें भी स्क्रीन साझा करने की अनुमति दी गयी है जिससे कार्यों को करना आसान हो जाता है |
Chrome Remote Desktop के पक्ष और विपक्ष
Chrome Remote Desktop के विशेषताओं के साथ इसके कुछ फायदे एवं नुकसान भी हैं तो आइये इसके Pros एवं Cons के बारे में समझते हैं –
Pros –
✅इसका इंटरफेस काफी सरल है जिससे उपयोग करने में आसानी होती है |
✅यह उपयोग के लिए पूरी तरह से मुफ्त है इसका कोई भी पेड प्प्लान उपलब्ध नहीं है |
✅अन्य रिमोट सॉफ्टवेयर की तुलना में यह बिल्कुल सरल एवं लचीला है |
✅इसे स्थापित करना और सेटअप करना बहुत ही आसान है |
✅यह गूगल के क्रोम वेब स्टोर में भी उपलब्ध है |
✅क्रोम का समर्थन करने वाले सभी प्लेटफार्म में यह उपलब्ध है |
✅इसका उपयोग करना सुरक्षित है डिवाइस को कनेक्ट करते समय सुरक्षा प्रदान करता है |
Cons –
❌इसमें बहुत ही सीमित फीचर उपलब्ध है |
❌इसमें चैट की सुविधा और ग्राहक सहायता जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है |
❌इसमें अन्य रिमोट सॉफ्टवेयर की तुलना में एडवांस फीचर उपलब्ध नहीं है |
❌इसका प्रदर्शन धीमा है |
Note – भले ही Chrome Remote Desktop में सीमित फीचर या एडवांस फीचर का आभाव है किन्तु फिर भी इसका उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है और यह हमेशा के लिए पूरी तरह से मुफ्त है इसमें आप बहुत ही आसानी से दो डिवाइस को कनेक्ट करके स्क्रीन साझा और डिवाइस को नियंत्रित कर सकते हैं |
Download Now – Chrome Remote Desktop
5. Splashtop
Splashtop एक बेहतरीन Remote Access Software है जो अपनी सुरक्षा के लिए जाना जाता है इसकी शुरुआत सबसे पहले 2006 में की गयी थी, इस सॉफ्टवेयर का उपयोग व्यावसायिक, व्यक्तिगत और IT विभागों, शैक्षणिक इत्यादि के लिए किया जाता है जिससे यह बहुत ही आसानी से दूरस्थ रूप से डिवाइस को कनेक्ट कर सकते हैं और नियंत्रित कर सकते हैं | Splashtop आपके मोबाइल डिवाइस से लैपटॉप या डेस्कटॉप से मोबाइल डिवाइस में कहीं से भी और कभी भी कनेक्ट करने की सुविधा देता है और इसमें कई सारे फीचर्स भी दिए गए हैं जो आपको कई कार्य करने में सक्षम बनाता है |
Splashtop की विशेषताएं
Splashtop की कई सारी विशेषताएं हैं जिनमें शामिल है –
1. क्रॉस प्लेटफॉर्म समर्थन (Cross Platform Support) – यह सॉफ्टवेयर कई प्लेटफॉर्म के साथ संगत है जिनमें शामिल है – Windows, macOS, Linux, iOS, Android, Chromebook इत्यादि |
2. फाइल ट्रांसफर (File Transfer) – इसमें भी अन्य सॉफ्टवेयर की भाँति फाइलों को ट्रांसफर कर सकते हैं या पुरे फोल्डर को एक साथ भेज सकते हैं |
3. मल्टी-मॉनीटर रिमोट डेस्कटॉप (Multi-Monitor Remote Desktop) – यह सॉफ्टवेयर भी एक साथ कई मॉनिटर स्क्रीन को कनेक्ट करके देखने की अनुमति प्रदान करता है जिससे की मल्टीटास्किंग कार्यों के लिए बहुत ही आसानी हो जाती है |
4. रिमोट डेस्कटॉप ऑडियो (Remote Desktop Audio) – इसमें आपको डिवाइस कनेक्ट करने के पश्चात एक दूसरे की आवाज को डेस्कटॉप में ही सुनने की अनुमति मिलती है इसके लिए आपको अलग से ना ही कॉल करने की जरुरत है और ना ही कोई चैट आप आसानी से स्क्रीन पर ही एक – दूसरे की आवाज को सुन सकते हैं |
5. रिमोट प्रिंट (Remote Print) – यह सॉफ्टवेयर भी डिवाइस के कनेक्ट होने के पश्चात् बिना डॉक्यूमेंट साझा किये प्रिंट करने की अनुमति प्रदान करता है |
6. शेड्यूल रिमोट एक्सेस (Scheduled Remote Access) – जैसा की शेड्यूल नाम का शब्द तो आप सभी जानते ही होंगे किसी भी कार्यों को भविष्य में करने पर पहले से ही एक समय सीमा तय करना यहाँ पर भी यह फीचर कुछ इसी प्रकार से काम करता है अगर आप कोई डिवाइस को कनेक्ट करना चाहते हैं या फिर नियंत्रित करना चाहते हैं तो यह सॉफ्टवेयर आपको एक निश्चित समय तय करने की अनुमति देता है मतलब की शेड्यूल कर सकते हैं और उसी समय में डिवाइस को कनेक्ट कर सकते हैं |
7. वीडियो सत्र रिकॉर्डिंग (Video Session Recording) – इस फीचर का मतलब है की आप डिवाइस को कनेक्ट करने के पश्चात् नियंत्रित करने के दौरान पुरे कार्यों के किये गए समय को यानी की उस डिवाइस में आपने क्या – क्या किया वह सारी चीजों को रिकॉर्ड कर सकते हैं |
8. वेक-ऑन-लैन (Wake-On-LAN) – इस फीचर की मदद से आप दूरस्थ डिवाइस के बंद होने पर भी कनेक्ट कर सकते हैं और उसे नियंत्रित कर सकते हैं |
9. एकीकरण (Integrations) – यह कई ऍप्स के साथ एकीकृत है जिनमें शामिल है – OneLogin, Jira, ServiceNow, Zendesk, Bitdefender, Freshdesk, Freshservice, JumpCloud, Microsoft Active Directory, Microsoft Teams इत्यादि |
Splashtop के पक्ष और विपक्ष
Splashtop के विशेषताओं के साथ इसके कुछ फायदे एवं नुकसान भी हैं तो आइये इसके Pros एवं Cons के बारे में समझते हैं –
Pros –
✅इसके मुफ्त वर्जन उपलब्ध है |
✅इसमें चैट की सुविधा उपलब्ध है |
✅इस सॉफ्टवेयर का प्रदर्शन काफी बेहतर है |
✅उपयोग में आसान |
✅अपने दूरस्थ कंप्यूटर को रिबूट करने की सुविधा |
✅व्हाइटबोर्ड की सुविधा उपलब्ध जिससे स्क्रीन में हाईलाइट, ड्रॉ, आकृति इत्यादि बनाना |
✅इसका उपयोग करना सुरक्षित है |
Cons –
❌मुफ्त वर्जन में सीमित फीचर उपलब्ध है |
❌Splashtop का उपयोग करने के लिए आपको पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर होना पड़ेगा अगर इंटरनेट की स्पीड कम हुई तो कनेक्शन में समस्या उत्पन्न हो सकती है |
❌मोबाइल डिवाइस में आपको सीमित अनुभव महसूस हो सकती है |
Download Now – Splashtop
यह भी पढ़ें – अपने मोबाइल फोन से कम्प्यूटर पर इंटरनेट उपयोग करें बडी आसानी से
दो पीसी/लैपटॉप को कैसे कनेक्ट करें How to Connect Two PC/Laptops
दो पीसी/लैपटॉप को दूरस्थ स्थानों से कनेक्ट करना आसान यहाँ नीचे स्टेप बाय स्टेप बताया गया है की कैसे कनेक्ट करना है तो इसे अच्छे से पढ़ें और इन चरणों का अनुसरण करें | एक बात और यहां ध्यान देने वाली है की सभी सॉफ्टवेयर की अलग – अलग कनेक्ट करने प्रक्रिया हो सकती है इसलिए जिस भी सॉफ्टवेयर का आप चुनाव कर रहे हैं उसे कैसे स्थापित करना है उसके बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर लें |
Step 1 – सबसे पहले जिस सॉफ्टवेयर का उपयोग आप करना चाहते हैं उसे दोनों डिवाइस में डाउनलोड कर लें |
Step 2 – जब आप सॉफ्टवेयर को ओपन करेंगे तो आपको आईडी और पासवर्ड जेनेरेट करने को कहा जायेगा तो वहां पर एक मजबूत पासवर्ड का चयन करें |
Step 3 – उसके बाद फिर आपको अपने दूसरे डिवाइस जिसके साथ कनेक्ट करना चाहते हैं उसमें सॉफ्टवेयर को ओपन करें और उसमें वही आईडी और पासवर्ड डालें जो आपने अपने पहले वाले डिवाइस में जेनेरेट किया था |
Step 4 – उसके बाद फिर इतनी सब प्रक्रियाओं के बाद कनेक्ट बटन का एक ऑप्शन दिखेगा जिस पर आपको क्लिक कर देना है |
इस तरह से आपके दोनों डिवाइस एक – दूसरे कनेक्ट हो जायेंगे और आप दूसरे लैपटॉप की स्क्रीन देख और नियंत्रित कर सकते हैं और इसके साथ ही फाइलों को ट्रांसफर कर सकते हैं | यहां ध्यान दें की ऊपर बताये गए ये सभी स्टेप्स एक बेसिक प्रक्रिया है जो लगभग सभी सॉफ्टवेयर में यह प्रक्रिया काम आएंगे किन्तु किसी – किसी में भिन्न हो सकते हैं |
बेस्ट रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर कैसे चुनें How To Choose The Best Remote Access Software
एक बेस्ट Remote Access Software चुनने की कई सारी रणनीतियां हैं क्योंकि अगर आप बिना अच्छे से जानें और बिना कोई जाँच पड़ताल के सॉफ्टवेयर का चुनाव करते हैं तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है | इसलिए मैं यहां आपको कुछ टिप्स बताऊंगा जिससे आपको सबसे बेस्ट Remote Access Software का चुनाव करते समय मदद मिलेंगी तो आइये जानते हैं की वह टिप्स क्या – क्या हैं –
1. सुरक्षा (Security) –
सबसे पहली बात आती है सुरक्षा की क्योंकि अगर डेटा की प्राइवेसी ही न हो तो हमलावरों का डिवाइस में पहुंचना आसान हो जायेगा और सिस्टम के हैक होने खतरा बढ़ जायेगा | इसलिए सॉफ्टवेयर का चुनाव करने से पहले यह जरूर देखें की वह सॉफ्टवेयर सुरक्षा कारकों का उपयोग करती है या नहीं जैसे की कई सॉफ्टवेयर हैं जो दो कारक प्रमाणीकरण का उपयोग करती है डेटा की सुरक्षा के लिए |
2. फीचर्स (Features) –
किसी भी सॉफ्टवेयर में सबसे महत्वपूर्ण और उपयोगी फीचर्स का होना बहुत जरुरी है तभी दो डिवाइसों को कनेक्ट करके काम करना आसान होगा | अब कुछ महत्वपूर्ण फीचर में शामिल है – मल्टीपल मॉनिटर सपोर्ट, चैट की सुविधा (टेक्स्ट चैट के साथ ऑडियो चैट और वीडियो चैट भी शामिल), क्रॉस प्लेटफॉर्म समर्थन (किसी भी डिवाइस को किसी भी डिवाइस से कनेक्ट करना संभव), रिमोट ऑडियो, सहयोग करने में आसानी इत्यादि | ये सभी फीचर्स अवश्य देखें सॉफ्टवेयर का चुनाव करने से पहले |
3. ग्राहक सहायता (Customer Support) –
ग्राहक सहायता का होना बेहद जरुरी है क्योंकि अगर किसी कारणवश कोई टेक्निकल इशू होते हैं तो सपोर्ट टीम से बात करके सुलझाया जा सके इसलिए जिस भी सॉफ्टवेयर का चुनाव आप कर रहे हैं तो उसमें यह जरूर देखें की उनके तरह से ग्राहक सहायता उपलब्ध है या नहीं जैसे – चैट सपोर्ट, कॉल सपोर्ट, ईमेल सपोर्ट इत्यादि |
4. उपयोग करने में आसानी (Ease Of Use) –
सॉफ्टवेयर का जो इंटरफेस है वह सरल होना चाहिए क्योंकि जटिल इंटरफेस होने से उपयोग करने में आपको समस्या उत्पन्न होगी तो इसलिए यह ध्यान जरूर दें कि आप जिस भी सॉफ्टवेयर का चुनाव कर रहे हैं उसका जो इंटरफेस है वह सरल एवं उपयोग करने में आसान हो |
5. परफॉर्मेंस (Performance) –
सॉफ्टवेयर का परफॉर्मेंस बेहतर होना चाहिए यानी की उसकी कनेक्शन की गति तेज होनी चाहिए जिससे दो डिवाइसों को बहुत ही तेज गति से कनेक्ट किया जा सके इसके अतिरिक्त वीडियो की क्वालिटी हाई होनी चाहिए क्योंकि एक – दूसरे से वीडियो कॉलिंग में बात करने पर क्वालिटी बेहतर आनी चाहिए |
6. मुफ्त एवं सशुल्क दोनों उपलब्ध (Available Both Free And Paid) –
कई सॉफ्टवेयर हैं जो मुफ्त में और सशुल्क दोनों में उपलब्ध है इसके साथ कुछ सॉफ्टवेयर ऐसे हैं जो ट्रायल करने की सुविधा देते हैं जिससे सॉफ्टवेयर को अच्छे से एक्स्प्लोर कर सकें और सारी सुविधाओं को बेहतर से जान सकें | किन्तु यहां एक बात और मुफ्त वर्जन में आपको बेसिक फीचर्स और सुविधाएं ही मिलेंगी इसके साथ ही सुरक्षा की चिंता भी बनी रहती है |
इसलिए एक सशुल्क वर्जन का उपयोग करें और देखें की इसके प्लान्स आपके बजट के अनुसार है या नहीं, क्योंकि फीचर्स के अनुसार प्लान्स की कीमत बढ़ती जाती है इसलिए आपको जो फीचर्स की सबसे अधिक आवश्यकता है वही प्लान्स का चुनाव करें |
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रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs on Remote Access Software
Q1. क्या रिमोट एक्सेस सुरक्षित है?
Ans – हाँ, Remote Access Software सुरक्षित होते हैं किन्तु यह पूरी तरह सुरक्षित है या नहीं यह कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे की आप किस सॉफ्टवेयर का चुनाव करते हैं | कोई भी तकनीक जिसका उपयोग अधिक किया जाता है उपयोगकर्ताओं के लिए तो वह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होता है |
इसके लिए हमें ही कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है तो सबसे पहली बात आती है एक उचित सॉफ्टवेयर का चुनाव करना जो उपयोगकर्ताओं की निजी जानकरियों को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न सुरक्षा कारकों का उपाय करता हो | दूसरी की आप एक मजबूत पासवर्ड क्रेडेंशियल का उपयोग करें जिससे हैकर्स को आपके डेटा तक पहुंच पाना मुश्किल हो जाये |
Q2. क्या मैं व्यक्तिगत उपयोग के लिए रिमोट एक्सेस का उपयोग कर सकता/सकती हूँ?
Ans – हाँ, आप बिल्कुल व्यक्तिगत उपयोग के लिए Remote Access Software का उपयोग कर सकते हैं जिससे की आप फाइलों को साझा कर सकें, तकनीकी समस्याओं को दूर कर सकें इत्यादि | ऐसे कई मुफ्त Remote Access Software हैं जो व्यक्तिगत उपयोग के लिए अधिक उपयोग किये जाते हैं जिनमें कुछ में शामिल है – TeamViewer, AnyDesk, UltraViewer, GoToMyPC, Chrome Remote Desktop इत्यादि |
Q3. रिमोट एक्सेस का उपयोग करने के जोखिम क्या हैं?
Ans – ऐसे तो रिमोट एक्सेस उपयोग करने के लिए काफी उपयोगी और लाभदायक है किन्तु इसके लिए कुछ सुरक्षा जोखिम भी है जैसे – अन्य किसी के साथ पासवर्ड साझा करने पर, कमजोर प्रमाणीकरण होने पर यानी की कमजोर पासवर्ड के उपयोग से, अनधिकृत पहुंच से यानी किसी अन्य हमलावरों के पहुंचने से और मैलवेयर और संक्रमण के खतरे से इत्यादि | हालांकि ये कुछ जोखिम तो हैं किन्तु इन सभी के निवारण भी हैं इसलिए एक सही और उचित सॉफ्टवेयर का चुनाव करके कुशलतापूर्वक रिमोट एक्सेस का उपयोग करें |
Q4. रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर क्यों महत्वपूर्ण है?
Ans – आज के समय में Remote Access Software का उपयोग करना काफी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि इसके उपयोग से काम की दक्षता बढ़ती है और दूरस्थ स्थानों में रहने से कार्य करने की समस्या भी कम होती है क्योंकि इसकी मदद से दो डिवाइसों को कहीं से भी और कभी कनेक्ट करना आसान हो जाता है | दूर से ही डिवाइस को नियंत्रित किया जा सकता है, तकनीकी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है और फाइलों को स्थानांतरित भी किया जा सकता है, इसके अतिरिक्त इसके उपयोग से टीमों के साथ बेहतर संचार करने में मदद मिलती है |
Q5. क्या मैं मोबाइल उपकरणों पर रिमोट एक्सेस का उपयोग कर सकता/सकती हूँ?
Ans – हाँ, आप अपने मोबाइल डिवाइस पर भी रिमोट एक्सेस का उपयोग कर सकते हैं और अपने मोबाइल एवं डेस्कटॉप या लैपटॉप को भी एक – दूसरे से कनेक्ट कर सकते हैं इससे फायदा यह होगा की आप कहीं से भी और कभी भी कनेक्ट करके काम कर सकते हैं | ऐसे कई सारे Remote Access Software हैं जो मोबाइल डिवाइस के लिए भी उपलब्ध है जैसे – TeamViewer, AnyDesk, Splashtop, RemotePC, LogMeIn इत्यादि |
Q6. रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर का उपयोग कौन करता है?
Ans – Remote Access Software का उपयोग लगभग हर कोई कर सकता है चाहे वह व्यावसायिक हो या फिर अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए अगर आप एक व्यवसायी हैं तो अपने कर्मचारियों या टीमों को दूर से ही उन्हें सेवाओं के बारे में समझा सकते हैं, अगर आप एक IT विभाग में काम करते हैं तो घर से ही अपने ऑफीस के कार्यों को समाप्त कर सकते हैं इसके अतिरिक्त शिक्षा के क्षेत्र में भी Remote Access Software काफी उपयोगी है ऑनलाइन शिक्षा में बच्चों के समस्याओं के समाधान के लिए |
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आपने क्या सीखा What Have You Learned
इस आर्टिकल में आपने सीखा की Remote Access Software क्या है, Remote Access Software कैसे काम करता है, इसकी क्या विशेषताएं है और बेस्ट Remote Access Software कौन – कौन से हैं और Remote Access Software की मदद से दो डिवाइस को कैसे कनेक्ट करना है इत्यादि | ऊपर बताये गए सॉफ्टवेयर के अतिरिक्त और भी Remote Access Software उपलब्ध हैं जिसका उपयोग आप कर सकते हैं |
एक रिमोट एक्सेस टेक्नोलॉजी आपको दूर से ही डिवाइस को कनेक्ट करने और नियंत्रित करने की सुविधा प्रदान करता है जिससे की काम करने की प्रक्रिया जल्दी और कभी भी एवं कहीं भी समाप्त की जा सकती है | आज रिमोट एक्सेस टेक्नोलॉजी का उपयोग बड़े ही व्यापक रूप से किया जा रहा है मतलब की व्यावसायिक और आईटी विभागों में इसका उपयोग अधिक से अधिक किया जा रहा है |
मैं आशा करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी आपलोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण होगी और आज आपको बहुत कुछ सीखने को मिले होंगे | मैंने पूरी रिसर्च के साथ आप तक ये जानकारी पहुंचाई है ताकि आपलोगों तक सही और एकदम सटीक जानकारी मिल सके |
अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो या इससे संबंधित आपके पास कोई भी प्रश्न हो तो हमें कमेंट करके अवश्य बताएं | अतः इस आर्टिकल को अपने दोस्तों एवं रिश्तेदारों के साथ जरूर साझा करें ताकि उन्हें भी Best Remote Access Software के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके, इसके अलावा टेक्नोलॉजी से जुड़ी एवं लेटेस्ट जानकारियों को जानने के लिए हमारी वेबसाइट को अवश्य ही विजिट करें धन्यवाद !