प्रॉक्सी सर्वर क्या है और यह कैसे काम करता है What Is Proxy Server And How Does It Work In Hindi

आज सभी अधिक से अधिक इंटरनेट का उपयोग करते हैं ऐसे में आपलोगों ने सर्वर के बारे में तो जरूर ही सुना होगा किन्तु मैं यहां आपको एक ऐसे सर्वर के बारे में बताऊंगा जो शायद बहुत कम लोगों को ही इसके बारे में जानकारी होगी उसका नाम है प्रॉक्सी सर्वर इसका मुख्य काम है उन वेबसाइट को आपके सामने प्रस्तुत करना जो बैन या ब्लॉक्ड कर दी गई हो |






Text Block with Bulb and Link


💡
क्या आप जानते हैं?


तो आज मैं आपको इस आर्टिकल में बताऊंगा की “प्रॉक्सी सर्वर क्या है और यह कैसे काम करता है What Is A Proxy Server And How Does It Work In Hindi” इसके अलावा इसकी क्या विषेशताएं हैं, क्या नुकसान है और इसका उपयोग कब करना चाहिए यह सारी जानकारियां आपको इस पोस्ट में दी जाएंगी तो इसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए आप इस लेख को अंतिम तक अवश्य पढ़ें | तो आइये सबसे पहले यह जानते हैं की सर्वर क्या है |

प्रॉक्सी सर्वर क्या है और यह कैसे काम करता है

यह भी पढ़ें – 

सर्वर क्या है What Is Server

सर्वर एक ऐसा कंप्यूटर है जिसमें इंटरनेट पर मौजूद जितनी भी जानकारियां वह स्टोर रहती है और जरुरत पड़ने पर हमें वह जानकारियां प्रदान करती है उदाहरण के लिए जब हम किसी वेब ब्राउजर पर जानकारियों को खोजते हैं तो वह सर्वर के द्वारा ही हमें मिलती है इसे ही सर्वर कहते हैं |

प्रॉक्सी सर्वर क्या है What Is Proxy Server

प्रॉक्सी सर्वर एक ऐसा सिस्टम है जो यूजर और इंटरनेट के बीच एक गेट वे यानी की मुख्य द्वार का काम करता है प्रॉक्सी शब्द का हिंदी में अर्थ होता है जानकारी प्रदान करना यानी की यूजर द्वारा पूछी गयी जानकारी को प्रॉक्सी सर्वर इंटरनेट पर भेजता है और वहां से जानकारी लेकर यूजर तक पहुंचाता है, बहुत से लोग प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग अपने डिवाइस के आईपी एड्रेस को छुपाने में करते हैं  |

आईपी एड्रेस का मतलब है की जितने भी कंप्यूटर हैं उन सभी का एक पता होता है जिसे आईपी एड्रेस कहते हैं इसे सरल भाषा में आप ऐसे समझ सकते हैं जैसे बिल्कुल आपके घर का पता होता है जिससे आप कोई सामान जब ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं तो डिलीवरी बॉय आपके घर तक सामान पहुंचा देता है तो ठीक इसी प्रकार इंटरनेट से कोई भी डेटा आपके डिवाइस तक पहुंचाने के लिए आईपी एड्रेस का उपयोग किया जाता है |

प्रॉक्सी सर्वर आपके आईपी एड्रेस को कैसे छुपाता है इसे जानते हैं उदाहरण के लिए जब आप इंटरनेट पर कुछ सर्च करते हैं तो उस वेबसाइट पर सीधे जुड़ जाते हैं जिस वेबसाइट पर आप जाना चाहते हैं किन्तु प्रॉक्सी सर्वर आपकी ओर से अन्य आईपी एड्रेस का इस्मेताल करके बहुत सारे वेबसाइट के साथ बातचीत करता है और उसके पश्चात् आपको जानकारियां प्रदान करता है जिसके कारण आपके डिवाइस का आईपी एड्रेस छिप जाता है, तो यह थी प्रॉक्सी सर्वर की परिभाषा आइये अब यह जानते हैं की प्रॉक्सी सर्वर कैसे काम करता है |

प्रॉक्सी सर्वर कैसे काम करता है How Does Proxy Server Work

प्रॉक्सी सर्वर के काम करने का तरीका एकदम सरल है यह आपके और इंटरनेट के बीच एक प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है जब आप अपने मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर के द्वारा इंटरनेट चलाते हैं और किसी वेबसाइट पर जाते हैं तो उस दौरान आप जितने भी कार्य कर रहे होते हैं वह वेबसाइट के सर्वर पर आपके आईपी एड्रेस के द्वारा सारी जानकारियां स्टोर हो जाती है यहीं पर प्रॉक्सी सर्वर अपना काम करता है |

प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा जब आप इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करते हैं तो उस जानकारी को पहले प्रॉक्सी सर्वर एक्सेस करता है फिर उसके बाद इंटरनेट पर उस वेबसाइट को जानकारी देता है और वह वेबसाइट सारी जानकारियां जो यूजर ने मांग की थी वह फाइल्स प्रॉक्सी सर्वर को देती है और फिर प्रॉक्सी सर्वर यूजर को जानकरियां दे देता इन सब में प्रॉक्सी सर्वर अपने आईपी एड्रेस का उपयोग करता जिससे आपका आईपी एड्रेस छिप जाता है और न ही किसी वेबसाइट के सर्वर पर आपकी जानकारियां स्टोर होती है |

प्रॉक्सी सर्वर का मुख्य काम उन वेबसाइट को अनलॉक करना है जो ब्लॉक कर दी गई हो आपने कई बार ऐसा देखा होगा की इंटरनेट पर कुछ जानकारियों को जानने के लिए बहुत सी वेबसाइट ओपन नहीं होती है क्योंकि वह ब्लॉक होती है ऐसे में अगर आप प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग करते हैं तो वह उन ब्लॉक किये हुए वेबसाइट को आप देख सकते हैं और उस वेबसाइट को पता भी नहीं चलेगा की कौन एक्सेस कर रहा है क्योंकि प्रॉक्सी सर्वर अपना खुद का आईपी एड्रेस उपयोग करता है तो इस प्रकार से प्रॉक्सी सर्वर काम करता है |

प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग एवं फायदे Uses And Advantages Of Proxy Servers

बहुत से ऐसे कारण हैं की लोग प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग करते हैं आइये विस्तारपूर्वक से समझते हैं की आखिर प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग क्यों करना चाहिए  एवं इसके क्या फायदे हैं:- 

1. प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग कैशिंग यानी तेज डेटा एक्सेस के लिए किया जाता है:-

प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग कैशिंग के लिए किया जाता है इसका मतलब है जब यूजर प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा इंटरनेट से कोई भी जानकारी एक्सेस करता है तो प्रॉक्सी सर्वर उस जानकारी को अपने सर्वर में स्टोर कर लेता है जिससे कोई दूसरा यूजर जब इंटरनेट से वही जानकारी एक्सेस करता है तो वह अपने सर्वर से ही दे देता है जिससे किसी भी डेटा को वह बहुत ही तेज गति से एक्सेस कर पाता है |

2. सुरक्षा प्रदान करना:-

प्रॉक्सी सर्वर इंटरनेट पर आपको गोपनीय बनाये रखता है यह आपके आईपी एड्रेस को छिपा देता है जिससे आपके निजी डेटा तक कोई भी हैकर न पहुंच पाए वह प्रॉक्सी सर्वर तक तो पहुंच सकता है लेकिन वह यूजर के विशिष्ट सर्वर जहां उसका सम्पूर्ण डेटा मौजूद है वहां तक हैकर्स पहुंचने में असमर्थ रहता है क्योंकि उसे वहां यूजर के डिवाइस का आईपी एड्रेस नहीं दिखता है | इसके अलावा आप प्रॉक्सी सर्वर को वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) से जोड़ सकते हैं जिससे आपका डेटा और भी अत्यधिक सुरक्षित हो जाता है |

3. बच्चों को गलत इंटरनेट के उपयोग को नियंत्रित करने के लिए:-

बहुत से माता – पिता प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग करके कुछ वेबसाइट को ब्लॉक कर देते हैं जिससे उनके बच्चे इंटरनेट पर कुछ गलत चीजें न देखें या न सीखें अगर वह उन वेबसाइट ब्लॉक नहीं करते हैं तो प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा वह यह देख सकते हैं की इस वेबसाइट पर कितना समय व्यतीत किया गया है |

4. अवरुद्ध (Blocked) वेबसाइट को एक्सेस करने के लिए:-

बहुत से ऐसे वेबसाइट हैं जो सरकार एवं संगठन के द्वारा अवरुद्ध कर दिए जाते हैं जिसकी वजह से उसका उपयोग नहीं किया जा सकता है इसलिए बहुत से व्यक्ति उन वेबसाइट को एक्सेस करने के लिए प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग करते हैं उदाहरण के लिए मान लीजिए अगर कोई वेबसाइट भारत में बंद है और वह अमेरिका में मौजूद है तो उस वेबसाइट को आप प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग करके एक्सेस कर सकते हैं |

अगर आप प्रॉक्सी सर्वर के मदद से ब्लॉक्ड वेबसाइट को खोलना चाहते हैं तो उसके लिए आपको Free Proxy Server List सर्च करना है उसके बाद आपको बहुत सारे प्रॉक्सी सर्वर की लिस्ट आ जाएगी उनमें से किसी एक को सेलेक्ट करके ओपन कर लेना है उसके पश्चात् आपको उसमें ब्लॉक्ड वेबसाइट की URL को डालना है और वह वेबसाइट अनब्लॉक हो जाएगी |

प्रॉक्सी सर्वर के नुकसान Disadvantages Of Proxy Server

प्रॉक्सी सर्वर के फायदे के साथ – साथ इसके नुकसान भी हैं जो इस प्रकार है:-

  • प्रॉक्सी सर्वर के कैश में यूजर्स की डेटा को स्टोर किया जाता है इसमें मौजूद डेटा को कोई अन्य यूजर एक्सेस नहीं कर सकता है किन्तु यहां पर स्वयं प्रॉक्सी सर्वर से ही समस्या उत्पन्न हो सकती है क्योंकि प्रॉक्सी सर्वर के माध्यम से काम कर रहे कर्मचारी ही इन डेटा को एक्सेस करने की कोशिश कर सकते हैं |
  • प्रॉक्सी सर्वर गोपनीयता प्रदान तो करते हैं किन्तु यह पूरी तरह से डेटा को सुरक्षित नहीं कर पाता है क्योंकि इसकी एन्क्रिप्शन क्षमता थोड़ी कमजोर होती है ऐसे कई प्रॉक्सी सर्वर हैं जो डेटा को सुरक्षित रखने के लिए सिक्योर सॉकेट लेयर (SSL) का उपयोग करते हैं जो आजकल के हैकर्स को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है वो किसी भी अन्य यूजर की डेटा तक पहुंच सकते हैं यही कारण है की प्रॉक्सी सर्वर में डेटा बहुत कम सुरक्षित होता है |
  • प्रॉक्सी सर्वर का सर्विसिंग महंगा होता है जिसके कारण छोटी कंपनियां इसे खरीदने में असर्मथ होती हैं |

प्रॉक्सी सर्वर और वीपीएन में क्या अंतर है What Is The Difference Between Proxy Server And VPN

प्रॉक्सी सर्वर और वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) दोनों काफी एकसमान हैं दोनों ही यूजर के आईपी पते, स्थान इत्यादि को छुपाने के लिए काम करते हैं और अवरुद्ध (blocked) वेबसाइटों को भी एक्सेस करने की अनुमति देते हैं किन्तु वीपीएन प्रॉक्सी सर्वर की तुलना में अधिक सुरक्षा प्रदान करता है इन दोनों में क्या अंतर है नीचे विस्तारपूर्वक बताया गया है:-

1. सॉफ्टवेयर – प्रॉक्सी सर्वर का अपना कोई सॉफ्टवेयर नहीं है, वहीं दूसरी ओर वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का अपना सॉफ्टवेयर है |

2. स्पीड क्षमता – स्पीड की बात करें तो प्रॉक्सी सर्वर अधिक तेज होता है जिससे डेटा बहुत ही तेजी एक्सेस हो पाती है, वहीं दूसरी ओर वीपीएन प्रॉक्सी सर्वर की तुलना में धीमा होता है |

3. आईपी एड्रेस – दोनों ही आईपी एड्रेस को छुपाने की अनुमति देते हैं किन्तु प्रॉक्सी सर्वर में आईपी एड्रेस पूरी तरह सुरक्षित नहीं रहता है स्वयं प्रॉक्सी सर्वर के मालिक या इसके माध्यम से काम कर रहे कर्मचारी यूजर के आईपी एड्रेस को देख सकते हैं, वहीं दूसरी ओर वीपीएन में ऐसा नहीं है यहां पर यूजर का आईपी एड्रेस पूरी तरह से छुपा हुआ रहता है इसे कोई भी नहीं देख सकता |

4. कैश – प्रॉक्सी सर्वर कैश का उपयोग करता है मतलब की इंटरनेट पर यूजर द्वारा मांगी गयी जानकारी को अपने सर्वर में स्टोर कर लेता है और वही जानकारी कोई अन्य यूजर इंटरनेट पर सर्च करता है तो उसे अपने सर्वर से ही दे देता है जिससे उस यूजर को वह डेटा तुरंत ही प्राप्त हो जाती है, किन्तु वीपीएन कैश का उपयोग नहीं करता है |

5. विश्वसनीय – प्रॉक्सी सर्वर वीपीएन की तुलना में कम विश्वसनीय है, जबकि वीपीएन प्रॉक्सी सर्वर की तुलना में अत्यधिक विश्वसनीय है |

6. सुरक्षित – प्रॉक्सी सर्वर वीपीएन की तुलना में कम सुरक्षित है, जबकि वीपीएन प्रॉक्सी सर्वर की तुलना में अत्यधिक सुरक्षित है |

7. कीमत – कई प्रॉक्सी सर्वर ऐसे हैं जिसका उपयोग मुफ्त में किया जा सकता है, जबकि वीपीएन का उपयोग करने के लिए भुगतान करना पड़ता है |

NOTE – प्रॉक्सी सर्वर के बारे में और अत्यधिक जानकारी के लिए thelallantop.com से प्राप्त कर सकते हैं | 

 

यह भी पढ़ें – वेब होस्टिंग क्या है 

प्रॉक्सी सर्वर पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs On Proxy Server

Q1. प्रॉक्सी सर्वर का मुख्य काम क्या है?

 

Ans – प्रॉक्सी सर्वर का मुख्य काम ब्लॉक्ड वेबसाइट को एक्सेस करके उसके कंटेंट्स को पढ़ने की अनुमति देना है |

Q2. प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा ब्लॉक्ड वेबसाइट को कैसे ओपन करें?

 

Ans – प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग करना बहुत ही सरल है आपको गूगल के सर्च बार पर Free Proxy Server List लिखना है उसके पश्चात् आपको बहुत सारी प्रॉक्सी सर्वर की वेबसाइट दिखेंगी उसमें से किसी भी एक वेबसाइट को सेलेक्ट करें और उसे ओपन करें फिर आप जिस ब्लॉक्ड वेबसाइट को अनब्लॉक करना चाहते हैं उसके URL को सर्च करें उसके बाद आप उस ब्लॉक्ड वेबसाइट के कंटेंट को पढ़ सकते हैं |

 

Q3. क्या प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल मुफ्त में किया जा सकता है? 

 

Ans – हाँ, ऐसे कई प्रॉक्सी सर्वर हैं जिसका इस्तेमाल मुफ्त में किया जा सकता है किन्तु यह थोड़ा मुश्किल है और डेटा की विश्वसनीयता को लेकर भी कुछ कहा नहीं जा सकता इसलिए पेड सर्वर ही अधिक विश्वसनीय मानी जाती है इसलिए हो सके तो पेड प्रॉक्सी सर्वर का ही उपयोग करें |

आपने क्या सीखा What Have You Learned

इस आर्टिकल में आपने सीखा की प्रॉक्सी सर्वर क्या है और कैसे काम करता है, इसके क्या फायदे हैं, कब उपयोग करना चाहिए, इसके क्या नुकसान हैं एवं प्रॉक्सी सर्वर और वीपीएन में क्या अंतर है |

इस लेख में आपको प्रॉक्सी सर्वर से जुड़ी सारी जानकारियां बताई गई है वह भी एकदम सरल भाषा में जिससे आपलोगों को समझने में कोई परेशानी न हो, मैं आशा करता हूँ की मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी आपलोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण होगी और आज आपको बहुत कुछ सीखने को भी मिली होंगी |

अगर फिर भी इससे जुड़े आपके पास कोई भी प्रश्न हो तो हमें कमेंट करके अवश्य बताएं, अतः आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि सभी को इसके बारे जानकारी में प्राप्त हो सके धन्यवाद |

Leave a Comment

Close Subscribe Card