3D प्रिंटिंग एवं 3D स्कैनिंग टेक्नोलॉजी क्या है What Is 3D Printing And 3D Scanning Technology In Hindi

इससे पहले हमने आपको बताया 3D टेक्नोलॉजी के बारे में की एक 3D वीडियो कैसे बनाई जाती है अब आपलोगों ने 3D प्रिंटिंग और 3D स्कैनिंग के बारे में जरूर सुना होगा और देखा भी होगा यह टेक्नोलॉजी ने निर्माण और डिजाइन के बारे में हमारे सोचने के तरीके को ही बदल दिया है |






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क्या आप जानते हैं?


इस बढ़ती टेक्नोलॉजी में हमें हर एक क्षेत्र में 3D प्रिंटिंग और 3D स्कैनिंग देखने को मिलती है तो आज हम इसके बारे में विस्तारपूर्वक समझेंगे, इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा की “3D प्रिंटिंग एवं 3D स्कैनिंग टेक्नोलॉजी क्या है What Is 3D Printing And 3D Scanning Technology In Hindi” यह कैसे काम करते हैं, इसके क्या उपयोग हैं, फायदे एवं नुकसान यह सारी जानकारियां इस पोस्ट में दी जाएँगी तो इस टेक्नोलॉजी के बारे में जानने के लिए इस लेख को अंतिम तक अवश्य पढ़ें |

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3D Scanning क्या है

3D स्कैनिंग क्या है What Is 3D Scanning

3D का मतलब तो आप सभी जानते ही हैं 3 डायमेंशनल यानी की इसमें तीन वस्तुओं या दृश्यों को इंगित किया जाता है लम्बाई, चौड़ाई और ऊंचाई या गहराई तो 3D स्कैनिंग का मतलब है की यह एक भौतिक वस्तु या पर्यावरण को डिजिटल प्रतिनिधत्व के द्वारा उसके आकार, रंग इत्यादि जो चीजें हमें वास्तविक में दिखती हैं उसका विश्लेषण करके डेटा एकत्रित किया जाता है |

3D स्कैनर का उपयोग आमतौर पर वस्तु की सतह पर विभिन्न बिंदुओं की दुरी मापने एवं डेटा का उपयोग करके 3D मॉडल बनाने के लिए किया जाता है यह उस ऑब्जेक्ट को कैप्चर करता है जिसका 3D मॉडल बनाना है अतः इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है |

3D प्रिंटिंग क्या है What Is 3D Printing

3D प्रिंटिंग जिसे एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के रूप में भी जाना जाता है इसका उपयोग 3D ठोस वस्तु को बनाने के लिए किया जाता है यह प्लास्टिक, धातु या सिरेमिक जैसी सामग्री की परतों को बिछाकर डिजिटल फाइल के माध्यम से भौतिक वस्तु का निर्माण करती है |

उदाहरण के लिए एक साधारण प्रिंटिंग में कुछ भी प्रिंट करने के लिए इंक और कागजों की आवश्यकता होती है वहीं 3D प्रिंटिंग मशीन में ऑब्जेक्ट के आकार, रंग आदि का निर्धारण कर उसी के अनुरूप उसमें पदार्ध डाले जाते हैं और 3D प्रिंटिंग तैयार की जाती है अतः 3D प्रिंटिंग का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों म किया जाता है जैसे विनिर्माण, स्वास्थ्य सेवा इत्यादि |

3D स्कैनिंग और प्रिंटिंग कैसे काम करता है How Does 3D Scanning And 3D Printing Work

3D स्कैनिंग और 3D प्रिंटिंग यह दोनों अलग – अलग टेक्नोलॉजी हैं जो किसी भी वस्तु का डिजिटल प्रतिनिधत्व के रूप में काम करती हैं और उसके पश्चात् उस वस्तु की एक भौतिक प्रतिकृति बनाती है |

3D स्कैनिंग भौतिक वस्तु के आकार और आयामों को कैप्चर करने के लिए डिजिटल प्रतिनिधित्व बनाने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करती है यह विभिन्न कोणों से वस्तु को मापने के लिए लेजर, संरचित प्रकाश, स्ट्रक्चर्ड लाइट स्कैनिंग, फोटोग्राममेट्री,  टाइम-ऑफ-फ्लाइ इत्यादि तकनीकों का उपयोग किया जाता है |

अतः एक बार जब डेटा कैप्चर और प्रोसेस हो जाने के बाद एक विस्तृत 3D मॉडल बनाने के लिए डेटा को सॉफ्टवेयर द्वारा संसाधित किया जाता है और एक बार जब डिजिटल मॉडल बन जाती है तब इसका उपयोग 3D प्रिंटिंग का उपयोग करके वस्तु की भौतिक प्रतिकृति बनाने के लिए किया जा सकता है।

अतः 3D प्रिंटिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जो डिजिटल मॉडल से भौतिक वस्तुओं का निर्माण करती है यह विभिन्न सामग्री जैसे प्लास्टिक, धातु इत्यादि का उपयोग करके परत दर परत वस्तु का निर्माण करके काम करती है तो सबसे पहले डिजिटल मॉडल को कई पतले क्रॉस – सेक्शन में काटा जाता है और फिर 3D प्रिंटर पर भेजा जाता है उसके बाद प्रिंटर उन स्लाइस को पढ़ता है उसके बाद स्लाइस में पैटर्न बिछाकर ऑब्जेक्ट बनाता है |

अतः 3D प्रिंटर के लिए अलग – अलग तकनीकों का उपयोग किया जाता है जैसे फ्यूज्ड डिपोजिशन मॉडलिंग (FDM), स्टीरियोलिथोग्राफी (SLA), सेलेक्टिव लेजर सिंटरिंग (SLS), डायरेक्टेड एनर्जी डिपोजिशन (DED), बाइंडर जेटिंग और मैटेरियल जेटिंग इत्यादि |

3D स्कैनिंग और 3D प्रिंटिंग के उपयोग Uses Of 3D Scanning And 3D Printing

3D स्कैनिंग और  प्रिंटिंग विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किये जाते हैं जो इस प्रकार है:-

1.  आर्किटेक्चर में इन दोनों का उपयोग:-

3D प्रिंटिंग का उपयोग घरों एवं बिल्डिंग आर्किटेक्चरल प्रोटोटाइप (किसी वस्तु या उत्पाद को बनाने से पहले बनाया गया उसका एक नमूना) बनाने के लिए जाता है, वहीं 3D स्कैनिंग का उपयोग ऐतिहासिक कलाकृत्तियों, स्मारकों और इमारतों के डिजिटल मॉडल बनाने के लिए किया जाता है जिसका उपयोग संरक्षण और बहाली के लिए किया जा सकता है |

 2. फैशन में

3D प्रिंटिंग का उपयोग फैशन में भी किया जाता है जिसमें कस्टम-फिट वस्त्र, जूते और अन्य फैशन को बनाने में किया जाता है, वहीं 3D स्कैनिंग का उपयोग कस्टम-फिट वस्त्र बनाने के लिए मानव के शरीर को डिजिटाइज यानी अंकित करने के लिए किया जाता है |

3. एयरोस्पेस और ऑटोमोटिव एवं रिवर्स इंजीनियरिंग में

3D प्रिंटिंग का उपयोग एयरोस्पेस और ऑटोमोटिव उद्योगों जैसे विमान, ऑटोमोबाइल के भागों टूलिंग एवं जटिल पुर्जे को बनाने के लिए किया जाता है, वहीं 3D स्कैनिंग का उपयोग रिवर्स इंजीनियरिंग के लिए उत्पादों के आकार और उपस्थिति को रीडिजाइन करने एवं परीक्षणों के लिए पूरे वाहनों का डिजिटल मॉडल बनाने के लिए किया जाता है |

4. कला और डिजाइन में

3D प्रिंटिंग का उपयोग मूर्तियों, गहनों, प्रोस्थेटिक्स एवं अन्य कलाकृत्तियों को बनाने के लिए किया जाता है, वहीं 3D स्कैनिंग का उपयोग कलाकृत्तियों एवं मूर्तियों को डिजिटाइज करने के लिए किया जाता है |

5. चिकित्सा और दंत चिकित्सा के क्षेत्र में

3D प्रिंटिंग का उपयोग कृत्रिम अंग, इम्प्लांट्स और शल्य चिकित्सा उपकरण बनाने के लिए किया जाता है, वहीं 3D स्कैनिंग का उपयोग हड्डियों और शरीर के अन्य अंगों के डिजिटल मॉडल को बनाने के लिए किया जाता है जिसका उपयोग सर्जिकल प्लानिंग के लिए किया जा सकता है |

6. शिक्षा के क्षेत्र में

3D प्रिंटिंग और 3D स्कैनिंग का उपयोग भौतिक मॉडल, शैक्षिक खिलौने, सीखने और जुड़ाव बढ़ाने के लिए प्रयोगशाला उपकरणों के पुर्जों को बदलने के लिए किया जा सकता है इसके अतिरिक्त छात्रों के विभिन्न विषयों के बारे में जानने के लिए वर्चुअल टूर और इंटरैक्टिव गेम बनाने के लिए भी किया जाता है |

इसके अतिरिक्त 3D स्कैनिंग का उपयोग फिल्म और गेमिंग उद्योगों में एनीमेशन के रूप में किया जाता है इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में भी 3D स्कैनिंग एवं 3D प्रिंटिंग का उपयोग किया जाता है |

3D स्कैनिंग और 3D प्रिंटिंग के फायदे Advantages Of 3D Scanning And 3D Printing

3D स्कैनिंग एवं 3D प्रिंटिंग के निन्न लाभ हैं तो सबसे पहले हम जानते हैं 3D स्कैनिंग के फायदे के बारे में –

3D स्कैनिंग के लाभ:-

  • 3D स्कैनिंग किसी भी वस्तु की डेटा को तुरंत और सटीक रूप से कैप्चर करती है जिसका उपयोग रिवर्स इंजीनियरिंग के लिए किया जाता है |
  • 3D स्कैनिंग में रिमोट स्कैनिंग से बिना किसी शारीरिक बाधा के दुनिया में कहीं से भी आसानी से स्कैन किया  जा सकता है
  • 3D स्कैनिंग जटिल ज्यामिति और आकृतियों को कैप्चर करने के लिए जाता है |
  • 3D स्कैनिंग अवश्यकताओं के अनुरूप अनुकूलित भागों और उत्पादों के निर्माण की अनुमति देती है |

3D प्रिंटिंग के लाभ:-

  • 3D प्रिंटिंग तेजी से प्रोटोटाइप और भागों के उत्पादन की अनुमति देती है |
  • 3D प्रिंटिंग अब कम लागत में उत्पादों को बनाया जा सकता है क्योंकि यह टूलिंग, मोल्ड्स और अन्य महंगे उपकरणों की आवश्यकता को समाप्त कर दिया गया है |
  • यह पर्यावरण के अनुकूल है क्योंकि यह तकनीक सामग्री के अपव्यय की मात्रा को कम करती है |
  • 3D प्रिंटिंग अधिक से अधिक सुलभ होते जा रहे हैं जिससे आउटसोर्सिंग सेवाओं की पेशकश करने वाले अधिक स्थानीय सेवा प्रदाताओं को आसानी हो और इससे समय की भी बचत होती है |

3D स्कैनिंग और 3D प्रिंटिंग के नुकसानDisadvantages Of 3D Scanning And 3D Printing

3D स्कैनिंग और 3D प्रिंटिंग के फायदे के साथ – साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं तो सबसे पहले हम जानते हैं 3D स्कैनिंग के नुकसान के बारे में – 

3D स्कैनिंग के नुकसान:-

  • 3D स्कैनिंग उपकरणों की कीमत अधिक होती है |
  • जटिल एवं पारदर्शी वस्तुओं को स्कैन करने मुश्किल होती है |
  • बड़ी वस्तुओं को स्कैन करने में अत्यधिक समय लगता है |

3D प्रिंटिंग के नुकसान:-

  • 3D प्रिंटिंग में सीमित सामग्री का ही विकल्प होता है |
  • इसमें कुछ भी बड़े या अधिक जटिल कार्यों को प्रिंट करने में अत्यधिक समय लगता है |
  • 3D प्रिंटिंग में वर्तमान में छोटे प्रिंट कक्ष होते हैं जो मुद्रित किये जाने वाले भागों को प्रतिबंधित करते हैं |

3D स्कैनिंग और 3D प्रिंटिंग पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs On 3D Scanning And 3D Printing

Q1. 3D स्कैनिंग तकनीकों के दो मुख्य प्रकार क्या हैं?

 

Ans – 1. लेजर 3D स्कैनिंग टेक्नोलॉजी और 2. संरचित प्रकाश 3D स्कैनिंग टेक्नोलॉजी |

Q2. 3D प्रिंटर और 3D स्कैनर में क्या अंतर है?

 

Ans – 3D प्रिंटिंग और 3D स्कैनिंग दो अलग – अलग टेक्नोलॉजीज हैं और दोनों एक दूसरे के विपरीत कार्य करते हैं जहाँ 3D स्कैनिंग भौतिक वस्तुओं को कैप्चर कर डिजिटल रूप से 3D मॉडल बनाती है वहीं 3D प्रिंटिंग डिजिटल डिजाइन से भौतिक वस्तुओं का निर्माण करती हैं सरल शब्दों में कहा जाये तो 3D प्रिंटिंग में वस्तुओं को प्रिंट किया जाता है और 3D स्कैनिंग में वस्तुओं को स्कैन किया जाता है | इसके साथ ही अगर आपके पास कोई ऐसी मशीन हो जो 3D स्कैनिंग एवं 3D प्रिंटिंग दोनों करती हों तो सबसे बेस्ट है जिससे आप एक साथ वस्तुओं को 3D स्कैन भी कर सकते हैं और 3D प्रिंट भी |

आपने क्या सीखा What Have You Learned

इस आर्टिकल में आपने सीखा की 3D प्रिंटिंग और 3D स्कैनिंग क्या है यह कैसे काम करते हैं, इसके क्या फायदे, नुकसान और उपयोग हैं अतः 3D प्रिंटिंग और 3D स्कैनिंग आने वाले समय में व्यापक रूप से उपयोग किया जा सकता है |

मैं आशा करता हूँ की मेरे द्वारा दी गयी यह जानकारी आपलोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण होंगी और आपको इसमें 3D प्रिंटिंग और 3D स्कैनिंग के बारे में बहुत सी जानकारियां प्राप्त हुई होंगी अगर इससे जुड़े आपके पास कोई भी प्रश्न हो तो हमें कमेंट करके अवश्य बताएं |

अतः आपको यह पोस्ट पसंद आयी हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी इस टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके धन्यवाद |

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