आज हम सभी अधिक से अधिक इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, चाहे वह हमारा ऑनलाइन बिजनेस हो, ऑनलाइन पेमेंट हो या ऑनलाइन शॉपिंग और यदि बिजनेस की बात करें तो इस टेक्नोलॉजी के दौर में पूरी दुनियाँँ काफी आगे बढ़ चुकी है |
आज हम सभी अधिकतर लोग ऑनलाइन घर बैठे काम कर रहे हैं ऐसे में हमारे डाटा की बात आती है की कहीं हमारा डाटा कोई चोरी तो नहीं कर रहा, यह डर हम सभी के मन में अवश्य ही रहता है किन्तु अब घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि भारत डाटा प्रोटेक्शन बिल के लिए अहम कदम उठा रही है जिससे हमारा डाटा एकदम सुरक्षित रहे |
इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा की “डाटा प्रोटेक्शन बिल क्या है (What is Data Protection Bill)” और सरकार इसके लिए क्या – क्या कदम उठा रही है, इस पोस्ट को पढ़ने के पश्चात् आपके मन से डाटा चोरी को लेकर सभी समस्याएं दूर होंगी | डाटा प्रोटेक्शन बिल को जानने से पहले हम यह समझते हैं की डाटा क्या है और सरकार ने कौनसी डाटा प्रोटेक्शन बिल की नीति लागू की है |
डाटा प्रोटेक्शन बिल क्या है – What Is Data Protection Bill In Hindi – 2022
डाटा क्या है What is Data
यहाँ पर हम बात कर रहे हैं डिजिटल डाटा के बारे में की यह आखिर क्या है जिसे हम निजी (Personal) डाटा या जानकारी भी कह सकते हैं | जो भी चीजें हम इंटरनेट पर देखते हैं या इसका उपयोग करते हैं जैसे-
- सोशल मीडिया – सोशल मीडिया पर हम अपनी फोटो को अपलोड करते हैं , उसमें अपने दस्तावेजों की जानकारियां साझा करते हैं, दूसरे उपयोगकर्ताओं द्वारा की गई पोस्ट पर लाइक, शेयर और कमेंट करते हैं ये सारी चीजें कंपनियां कहीं न कहीं संग्रहित करती है |
- गूगल सर्च बार – जब भी हमें कुछ जानकारियां प्राप्त करनी होती हैं तब हम गूगल के सर्च बार में सर्च करते हैं चाहे वह हमारी निजी जानकारी हो या हमारे जुड़े दस्तावेज पेन कार्ड, आधार कार्ड इत्यादि जो कहीं न कहीं संग्रहित की जाती हैं |
- फोन पर बातचीत या अन्य जानकारी – जब हम किसी से फोन पर बातचीत करते हैं या किसी से चैट करते हैं जो हमारी पर्सनल जानकारियां होती हैं यह सारी चीजें भी संग्रहित होती हैं |
आइये अब हम कुछ और साधारण शब्दों में समझते हैं की डिजिटल डाटा क्या है और यह किस प्रकार से संग्रहित किया जा रहा है | उदाहरण के लिए मान लीजिए आप कहीं घूमने जा रहे हैं जैसे मुंबई तो आप इसके लिए सबसे पहले गूगल में अवश्य ही सर्च करेंगे की, मुंबई में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन – सी है और ठहरने के लिए सबसे बेस्ट होटल कौन – सा है |
उसमें आपके द्वारा पूछी गई जानकारियों के आधार पर आपको होटल के Advertisement दिखने शुरू हो जाते हैं चाहे वह आपके मोबाइल पर हो या लैपटॉप में यह सभी जानकारियां भी कहीं न कहीं संग्रहित होती जाती हैं जिसे “डिजिटल डाटा” कहा जाता है | डाटा को संग्रहित करने के लिए भारत में लगभग 138 डाटा सेंटर मौजूद है |
यह सभी डाटा सुरक्षित रहे एवं हमारी इजाजत के बिना इसका कोई दुरूपयोग न कर सके इसके लिए सरकार डाटा प्रोटेक्शन बिल कानून लाई है तो आइये हम जानते हैं की डाटा प्रोटेक्शन बिल क्या है?
डाटा प्रोटेक्शन बिल क्या है What is Data Protection Bill
डाटा प्रोटेक्शन बिल हमारी डाटा को सुरक्षित रखने के लिए एक कानून बनाया गया है | सबसे पहला डाटा प्रोटेक्शन बिल 2000 में IT (Information Technology) कंपनियों के द्वारा बनाया गया था |
इसके पश्चात् 2019 में JPC (Joint Parliament Committee) मतलब संसद के सभी सदस्यों को मिलाकर एक कमेटी बनाई गई जिसमें सभी ने मिलकर अपनी राय साझा की और केंद्र सरकार को ड्राफ्ट बिल बनाकर पेश किया गया |
अब भारत सरकार ने 2022 में नया डाटा प्रोटेक्शन बिल पास किया है जिसमें बहुत – सी नई नीतियों और कानून को लागू किया है, आइये इसके बारे में संक्षिप्त से जानते हैं कि कौन – कौन से कानून लाये गए हैं |
डाटा प्रोटेक्शन बिल 2022 के नियम Data Protection Bill 2022 Rules
इससे पहले अगस्त में कुछ कंपनियों ने इस बिल का विरोध किया था, पहला डाटा Localization एवं दूसरा सरकार को बिल की शर्तों में छूट देने का | अब सरकार ने बिल के ड्राफ्ट में बदलाव करके नया नियम लाई है जो पूरी तरह से सार्वजनिक होंंगे जिसमें आम जनता से भी अपनी – अपनी राय माँगी गई है |
2022 में लागू किये गए ड्राफ्ट बिल को डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन नाम रखा गया इसके तहत हर एक नागरिक का डाटा सुरक्षित रहेगा इसका कोई ओर दुरूपयोग नहीं कर सकता है
आइये हम जानते हैं की कौन – कौन से नियम लाये गए :-
- बिना उपभोक्ता की मर्जी के उसका डाटा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है |
- ग्राहकों के प्राइवेट डाटा को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है और न ही कंपनियां अपने हित के लिए बेच सकती हैं |
- सभी नागरिकों और कंपनियों को आसान भाषा में सभी जानकारी देनी होगी और अगर ग्राहक अपनी डाटा की जानकारी देते भी हैं तो उसे वापस ले सकेंगे |
- ग्राहकों के डाटा का गलत इस्तेमाल करने पर ₹250 से ₹500 करोड़ तक का जुर्माना लगाया जायेगा |
- कंपनियों को अपने देश में ही या मित्र देशों में डाटा को संग्रहित करना होगा |
इस नए डाटा प्रोटेक्शन बिल को आम जनता की राय के पश्चात् कानूनी रूप दे दिया जायेगा और इसे नए बजट सत्र 17 दिसंबर को लागू कर दिया जायेगा | और भी अधिक जानकारी आप hindinews18.com पर से प्राप्त कर सकते हैं |
डाटा प्रोटेक्शन क्यों जरुरी है Why Data Protection is Important
डाटा प्रोटेक्शन यानी की डाटा को सुरक्षित करना हमारी निजी जानकारियों के लिए काफी जरूरी है:-
- हमारी निजी जानकारियों का कोई गलत उपयोग न कर सके |
- जिस प्रकार से हमें हमारी फिजिकल डाटा को शेयर करना अच्छा नहीं लगता उसी प्रकार से हमें डिजिटल डाटा को भी शेयर करना पसंद नहीं है इस वजह से भी डाटा प्रोटेक्शन हमारे लिए महत्वपूर्ण है |
- डिजिटल डाटा में मौजूद हमारे बहुत सारे किये गए कार्य और हमारे द्वारा सोची गई राय को हम कहीं न कहीं संग्रहित करते हैं जो किसी अन्य उपयोगकर्ताओं के पास जानकारी पहुँचने से इसका गलत प्रयोग कर सकती है, जिससे हमें डाटा प्रोटेक्शन की जरुरत है |
- हमारे ऑनलाइन बिजनेस के लिए Clients द्वारा की गई डील में बातचीत के दौरान कोई हमारा कॉल ट्रैक न कर ले इसके लिए भी डाटा प्रोटेक्शन जरूरी है |
- हमारे कुछ निजी दस्तावेज जैसे पेन कार्ड, आधार कार्ड, पर्सनल फोटो, चैट, मैसेज इत्यादि इन सभी की सुरक्षा के लिए डाटा प्रोटेक्शन जरुरी है |
आप अपने डाटा को किस प्रकार से प्रोटेक्ट कर सकते हैं How can you Protect your Data
हम कुछ बातों का ध्यान रखकर एवं सावधानीपूर्वक कार्य करें तो अपने डाटा को प्रोटेक्ट कर सकते हैं जैसे:-
- किसी भी Unsecure साइट्स में Sign – in न करें |
- सोशल मीडिया में दिए गए किसी एप्प को इनस्टॉल न करें यदि अगर गलती से हो जाए तो उसमें दिए गए Terms और Policies को ध्यानपूर्वक पढ़ने के पश्चात् ही एक्सेप्ट करें |
- किसी भी एप्प को इनस्टॉल न करें जो गूगल प्ले स्टोर में Available न हो |
- अपने निजी नंबर और ईमेल आईडी जो आपके सभी दस्तावेजों या कार्यों से जुड़े हो जैसे पेन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक तो इस नंबर एवं ईमेल आईडी से किसी भी अन्य साइट्स में लॉग – इन न करें |
- किसी भी अविश्वसनीय साइट्स में अपनी कोई जानकारी साझा न करें इससे आपके द्वारा दी गई जानकारी उस साइट्स के निर्माता के पास संग्रहित हो जाएगी |
डाटा प्रोटेक्शन बिल पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs on Data Protection Bill
Q1. भारत में डाटा सुरक्षा बिल क्या है?
Ans – भारत में डाटा सुरक्षा बिल का उद्देश्य उनके व्यक्तिगत जानकारी से सम्बंधित डिजिटल गोपनीय बनाये रखना है |
Q2. पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल में क्या पारित किया गया है?
Ans – डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल 2022 भारत में सभी लिंगों में सर्वनाम का जिक्र करते हुए पहला कानून बन गया है जिसमें यह प्रावधान है की कानून में “उसका”(Her) और “वह”(She) का प्रयोग कोई भी कर सकता है चाहे वह किसी भी लिंग का हो |
आपने क्या सीखा What have you learned
इस आर्टिकल में आपने सीखा की डिजिटल डाटा क्या है, डाटा प्रोटेक्शन बिल क्या है, आप अपने डाटा को किस प्रकार से सुरक्षित कर सकते हैं और डाटा प्रोटेक्शन हमारे लिए क्यों जरुरी है? हम सभी को डाटा प्रोटेक्शन की अधिक आवश्यकता है क्योंकि आज इस आधुनिक दौर में डिजिटल और टेक्नोलॉजी उच्च स्तरीय रूप से काफी आगे बढ़ चुकी है |
इसके साथ ही हम अधिक रूप से अपने निजी डाटा को ऑनलाइन संग्रहित करते हैं जिससे हमें काम करने में आसानी एवं सुविधाजनक हो सके | मैं आशा करता हूँ की मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी आप सभी के लिए काफी महत्वपूर्ण होगी | अतः आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो हमें कमेंट करके अवश्य बताएं धन्यवाद |