दसवीं के बाद किए जाने वाले कंप्‍यूटर कोर्स Computer Courses After 10th in Hindi

अगर आप दसवीं कक्षा में पढ रहे हैं या फिर आपने अभी दसवीं कक्षा पास की हैं तो आप जरूर सोचते होंगे कि कंप्‍यूटर के कुछ ऐसे कोर्स करें जाएं जो आपके भविष्‍य में काम आ सकें और उन कोर्स के जरिए आप आगे जाकर अपने कैरियर को सवार सकें क्‍योंकि अभी के समय में कंप्‍यूटर का उपयोग हर क्षेत्र में किया जा रहा है कंप्‍यूटर के जरिए आप बडे-बडे कामों को मिनटों में कर सकते हैं कंप्‍यूटर के क्षेत्र में नौकरी पाना आसान हो जाता है पर उसके लिए आपको कंप्‍यूटर की अच्‍छी जानकारी होनी चाहिए






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क्या आप जानते हैं?


अभी के समय में अगर कोई छात्र दसवीं में है या फिर उसने दसवीं पास कर ली है तो उसे कंप्‍यूटर के बारे में बेसिक जानकारी हो जाती है इसलिए अभी के समय में हर Student को कंप्‍यूटर की और ज्‍यादा जानकारी लेने के लिए कंप्‍यूटर का कोई डिप्‍लोमा कर लेना चाहिए जो उसके भविष्‍य में काम आ सकें तो आज इस पोस्‍ट में मैं आपको कंप्‍यूटर के कुछ ऐसे कोर्स के बारे में बताउंगा जो आपके Future के लिए बहुत कारगार साबित हो सकते हैं और उन कोर्स को करने के बाद आप अपने कैरियर को और ज्‍यादा अच्‍छा बना सकते हैं दसवीं के बाद किए जाने वाले कंप्‍यूटर कोर्स computer courses after 10th in Hindi

दसवीं के बाद किए जाने वाले कंप्‍यूटर कोर्स

Table of Contents

दसवीं के बाद किए जाने वाले कंप्‍यूटर कोर्स Computer Courses After 10th in Hindi

डिप्‍लोमा इन कंप्‍यूटर साइंस इंजीनियरिंग Diploma in Computer in Science Engineering

(कोर्स की अवधि – 3 वर्ष)

डिप्‍लोमा इन कंप्‍यूटर साइंस इंजीनियरिंग कोर्स की Duration 3 साल की होती है इस कोर्स को दसवीं पास कोई भी छात्र कर सकता है यह कोर्स बिलकुल बेसिक से शुरू होता है  इसके लिए आपको कंप्‍यूटर की Knowledge न भी हो तो भी कोई समस्‍या नहीं है यह कंप्‍यूटर के क्षेत्र का एक बेहतरीन कोर्स है जिसे करने के बाद एक अच्‍छी नौकरी हासिल हो सकती है

इस डिप्‍लोम को करने के बाद छात्र जूनियर इंजीनियर की पोस्‍ट के लिए एप्‍लाई कर सकता है इस कोर्स में छात्रों को प्रोग्रामिंग और अलग-अलग तरह के कोर्स जैसे वेब डेवलपमेंट, एप्‍लीकेशन डेवलपमेंट इत्‍यादि के बारे में जानकारी दी जाती है

डिप्‍लोमा इन कंप्‍यूटर साइंस इंजीनियरिंग कोर्स का सिलेबस  

बेसिक कंप्‍यूटर, कंप्‍यूटर Concept, प्रोग्रामिंग लैग्‍वेंज, कंप्‍यूटर नेटवर्क, वेब  डिजाइन, हार्डवेयर, नेटवर्किंग, ऑप‍रेटिंग सिस्‍टम, डेटाबेस मैनेजमेंट, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, नेटवर्क सिक्‍योरिटी, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग इत्‍यादि के बारे में बताया जाता है

कंप्‍यूटर से आईटीआई ITI in Computer

(कोर्स की अवधी- 2 वर्ष)

अगर आप दसवीं पास कर चुके हैं तो आप आईटीआई से भी कंप्‍यूटर कोर्स कर सकते हैं अगर आप इस कोर्स को कर लेते हैं तो आप बडी-बडी कंपनियों में या फिर भारतीय रेल में भी जॉब प्राप्‍त कर सकते हैं तो अगर आप कंप्‍यूटर के क्षेत्र में नॉलेज हासिल करना चाहते हैं तो ये कोर्स आपके लिए अच्‍छा साबित हो सकता है इस कोर्स को ज्‍वांंइन करने के लिए छात्रों को एक Entrance Exam देना होता है जो ITI की तरफ से कराया जाता है जो छात्र एंट्रेस एग्‍जाम पास कर लेते हैं उनको आईटीआई से कंप्‍यूटर कोर्स करने की अनुमति मिल जाती है इस कोर्स में छात्रों को कंप्‍यूटर नॉलेज और प्रोग्रामिंग सिखाई जाती है इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष की होती है

आईटीआई कोर्स का सिलेबस 

Computer Fundamental, बेसिक हार्डवेयर, प्रेजेटेंशन, ग्राफिक पैकेज, डेटाबेस मैनेजमेंट, पीसी व दूसरे उपकरणों के रख रखाव, Visual Basic for Application एवं Java Script, इंटरनेट ब्राउजिंग, ई-मेल, ऑफिस, टैली इत्‍यादि के बारे में बताया जाता है

ग्राफिक डिजाइनिंग Graphic Designing

(कोर्स की अवधि – 4 वर्ष)

ग्राफिक डिजाइनिंग एक ऐसा कोर्स है जिसके जरिए आप किसी भी चीज को आकर्षित बनाकर लोगों के सामने ला सकते हैं आज के समय में ग्राफिक्स का बहुत ज्यादा उपयोग हो रहा है इसलिए आज ज्यादातर लोग ग्राफिक में ही कैरियर बनाना पसंद करते हैं, ग्राफिक डिजाइनर का मुख्य काम यही होता है कि वो किसी भी चीज को जैसे वेबसाइट, पेज इत्यादि को आकर्षित बनाकर लोगों के बीच पहुंचाए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग उसको देख सकें

ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए सबसे जरूरी चीज क्रिएटिविटी होती है इसके अलावा कंप्यूटर में एडोब फोटोशॉप या और भी बहुत से सॉफ्टवेयर है उनका इस्तेमाल करना आना चाहिए जिससे जब भी आप कोई डिजाइन बनाए वो सभी को पसंद आए, ग्राफिक डिजाइन में अपना करियर बनाने के लिए  आपको पढ़ाई के साथ-साथ आपको अपने स्किल को और बेहतर बनाना होता है

ग्राफिक डिजाइन के क्षेत्र में आज तमाम तरह के कोर्स मौजूद है जिसमें फॉउडेशन से लेकर चार साल तक के डिग्री कोर्स होते हैं,ग्राफिक डिजाइन का कोर्स करने के लिए आपको 10वीं पास करना बहुत जरूरी होता है

ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स  का सिलेबस

कोरल ड्रॉ, फोटोशॉप, 3 डी, जैसे कई सॉफ्टवेयर के बारे में सिखाया जाता है इसके अलावा डिजिटल ऑडियो वीडियो प्रोडेक्‍शन के अलावा ग्राफिक से जुडी कई टेक्निकल चीजों के बारे में बताया जाता है

वेब डेवलपमेंट Web Development

(कोर्स की अवधि – 2 वर्ष)

अभी के समय में सभी बिजनेस ऑनलाइन हो चुके हैं तो उनको चलाने के लिए वेबसाइट की आवश्‍यकता होती है और किसी भी वेबसाइट को एक Web Developer ही बनाता है और Web Developer बनने के लिए आपको Web Development का कोर्स करना पडता है इस कोर्स को करते समय छात्रों को एचटीएमएल, सीएसएस, Java इत्‍यादि कंप्‍यूटर की भाषाओं का ज्ञान दिया जाता है इस कोर्स को करने के बाद आपको और भी ज्‍यादा Opportunities मिल सकती है क्‍योंकि आज दिन प्रतिदिन टेक्‍नोलॉजी बढती जा रही है वैसे-वैसे छात्रों के लिए Opportunities भी बढती जा रही है इस कोर्स को भी आप दसवीं के बाद कर सकते हैं

वेब डेवलपमेंट कोर्स का सिलेबस

वेब डिजाइनिंग की मूल बातें, मल्‍टीमीडिया और उसके अनुप्रयोग, वेब टेक्‍नोलॉजी, वेब डिजाइनिंग, कंप्‍यूटर ग्राफिक्‍स कंप्‍यूटर विज्ञान, एचटीएमएल, सीएसएस, JavaScript, एनीमेशन तकनीक इत्‍यादि सिखाया जाता है

एप्‍लीकेशन डेवलपमेंट Application Development

(कोर्स की अवधि – 2वर्ष)

आज हमारा मोबाइल फोन स्‍मार्टफोन बन चुका है और इसके पीछे का सबसे बडा कारण एप्‍लीकेशन का होना है आज आपके हर काम के लिए एक एप्‍लीकेशन होती है जो आपके काम को आसानी से कर देती है

अगर आपको ट्रेन से जाना है तो आप IRCTC के ऐप पर जाकर आसानी से ट्रेन की टिकट बुक कर सकते हैं ये काम भी एप्‍लीकेशन के जरिए होता है ऐसे ही और भी काम एप्‍लीकेशन के जरिए होते हैं आज हम सभी कामों को अपने स्‍मार्टफोन की मदद से कर रहे हैं तो आपके लिए एप्‍लीकेशन डेवलपमेंट का कोर्स करना अच्‍छा साबित हो सकता है इस कोर्स के दौरान छात्रों को एचटीएमएल, सीएसएस, Java script, Python जैसी कंप्‍यूटर की भाषाओं की जानकारी दी जाती है इस कोर्स को भी आप दसवीं के बाद कर सकते हैं

एप्‍लीकेशन डेवलपमेंट कोर्स का सिलेबस

Introducing Android Platform, Leveraging Application Fundamental, Creating User Interface, प्रोसेसिंग यूजर इनपुट, Interacting with UI, इत्‍यादि सिखाया जाता है

सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट Software Development

(कोर्स की अवधि – 3 वर्ष)

जब आप अपने कंप्‍यूटर या लैपटॉप पर कोई काम करते हैं तो आप अपना बहुत सारा काम अलग-अलग प्रकार के सॉफ्टवेयरों की मदद से करते हैं और इन्‍हीं सॉफ्टवेयरों को बनाने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का कोर्स किया जाता है इस कोर्स को भी आप दसवीं के बाद कर सकते हैं और किसी भी कंपनी में एक अच्‍छी जॉब पा सकते हैं इस कोर्स में आपको कंप्‍यूटर की अलग-अलग प्रकार की भाषाओं की जानकारी दी जाती है

सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कोर्स का सिलेबस

प्रोग्रामिंग लैग्‍वेंज, सॉफ्टवेयर डिजाइन करना, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, Object Oriented Design, Configuration Management, इत्‍यादि कराया जाता है

डिजिटल मार्केटिंंग Digital Marketing

(कोर्स की अवधि – 6 माह)

डिजिटल मार्केटिंग ऐसी मार्केटिंंग होती है जो डिजिटली मतलब इंटरनेट के माध्‍यमों से की जाती है अभी के समय डिजिटल मार्केटिंग बहुत बडा मार्केट बन चुका हे जिसकी वजह से आज हर व्‍यक्ति अपने व्‍यापार को डिजिटल मार्केटिंग की मदद से बढाना चाहता है

आज बहुत सारे लोग डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स कर रहे हैं यह कहना गलत नहीं होगा कि अभी के समय में डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स सबसे टॉप कोर्स है इस कोर्स के जरिए छात्रों को Modern Skill सिखाए जाते हैं जिससे वह मार्केटिंग करके अपने सामान को ज्‍यादा से ज्‍यादा Customers तक पहुंचा पाते हैं इस कोर्स को भी आप दसवीं के बाद कर सकते हैं

डिजिटल मार्केटिंंग कोर्स का सिलेबस

Search Engine Optimization, Search Engine Marketing, डिजिटल मीडिया योजना, वेब एनालिटिक्‍स, सोशल मी‍डिया मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग, E Commerce Management, इत्‍यादि बताया जाता है

एनीमेशन Animation

(कोर्स की अवधि – 6 माह)

आज आप जब भी टीवी या यूट्यूब खोलते हैं तो आपने वहां एनीमेटेड वीडियो जरूर देखें होंगे वे सभी एनीमेशन के जरिए बनाएं जाते हैं ये आज ऐसा सेक्‍टर बन चुका है जो बहुत तेजी से Grow कर रहा है आज हर जगह पर एनीमेशनों का उपयोग हो रहा है दसवीं करने के बाद एनीमेशन के कोर्स कराएं जाते हैं जिन्‍हें करके आप अच्‍छी कमाई कर सकते हैं और एनीमेशन के सेक्‍टर में अपने कैरियर को बु‍लदियों तक ले जा सकते हैं

एनीमेशन कोर्स का सिलेबस

एनीमेशन के इतिहास के बारे में, मीडिया इनकोडर, किंइग, कलर सेन्सिंग, रेंडर लेयर, 3 डी एनीमेशन, ग्राफिक्‍स इत्‍यादि के बारे में बताया  जाता है

कोर्स ऑन कंप्‍यूटर कॉन्‍सेप्‍ट्स CCC Courses

(कोर्स की अवधि – 3 माह)

CCC एक कंप्यूटर का कोर्स होता है, इस कोर्स को कराने वाली संस्था का नाम NIELIT ( National Institute of Electronic and Information Technology) है, ये एक ऐसा कोर्स है जो सरकार के द्वारा प्रमाणित होता है और हर जगह मान्य होता है, इस कोर्स के सर्टिफिकेट को आप किसी भी प्रकार नौकरी में इस्तेमाल कर सकते हैं

CCC कोर्स को कोई भी व्यक्ति कर सकता है बस उस व्यक्ति की रुचि कंप्यूटर में होनी चाहिए, इस कोर्स को करने के लिए आपको किसी खास Qualification की जरूरत नहीं होती है इस कोर्स को कोई भी कर सकता है फिर चाहे किसी ने 8वीं पास की हो, या 10वीं पास की हो, या 12वी पास की हो या ग्रेजुएट हो, अगर आप कंप्यूटर का कोई कोर्स करना चाहते हैं तो आप CCC का कोर्स कर सकते हैं

कोर्स ऑन कंप्‍यूटर कॉन्‍सेप्‍ट्स कोर्स का सिलेबस

कंप्‍यूटर के परिचय के बारे में, कंप्‍यूटर के वर्गीकरण, कंप्‍यूटर की संरचना, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर, प्रोग्रामिंग भाषाएं, Libra Office इत्‍यादि के बारे में बताया जाता है

डिप्‍लोमा इन कंप्‍यूटर एप्‍लीकेशन Diploma in Computer Application Course

(कोर्स की अवधि – 6 माह)

डीसीए का पूरा नाम डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन होता है, ये कंप्यूटर का डिप्लोमा होता है, अगर आप डीसीए का कोर्स कर लेते हैं तो आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी हो जाती है क्योंकि इस कोर्स में आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी दी जाती है, इस कोर्स को करने के बाद आपको जॉब मिलने में आसानी हो जाती है क्योंकि डीसीए एक शॉर्ट टर्म डिप्‍लोमा कोर्स होता है,इसे करने के बाद आपको कंप्यूटर का सर्टिफिकेट मिल जाता है जो आपको कई तरह की जॉब में मददगार साबित होता है

अगर आप किसी जॉब के लिए अप्लाई कर रहे हैं और अगर वहां आपसे कंप्यूटर का डिप्लोमा मांगा है तो आप वहां पर डीसीए का डिप्लोमा लगा सकते हैं ये वहां पर मान्य होता है, ये एक ऐसा कोर्स होता है जो बहुत कम समय में हो जाता है इसमें आपको एम एस वर्ड, पावर पॉइंट, एम एस एक्सेल इत्यादि की पूरी जानकारी दी जाती है

अगर आप डीसीए का कोर्स करना चाहते हैं तो आप 10वीं के बाद ये कोर्स कर सकते हैं, ऐसे बहुत से इन्‍स्‍टीटयूट है जो आपको 10वीं के बाद डीसीए का कोर्स कराते हैं

डिप्‍लोमा इन कंप्‍यूटर एप्‍लीकेशन कोर्स का सिलेबस

एचटीएमएल, Fundamental, वर्ड, एक्‍सेल, Powerpoint, एक्‍सेस, आउटलुक, पब्लिशर, फोटोशॉप, कोरल  ड्रॉ, टैली, एक्‍सेल एमआईएस इत्‍यादि जैसे कोर्स कराएं जाते हैं

ओ लेवल कोर्स O Level Course

(कोर्स की अवधि – 1 वर्ष)

O Level कंप्यूटर कोर्स करने के लिए कम से कम शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट है या आपके पास ITI का सर्टिफिकेट होना चाहिए अगर आपने 10 वीं के बाद आईटीआई की है तो भी आप को लेवल कंप्यूटर कोर्स कर सकते हैं

O Level कंप्यूटर कोर्स 2 तरीके से किया जा सकता है पहला सीधे यानी कि ऑनलाइन और दूसरा किसी भी इंस्टिट्यूट द्वारा अगर आपको सीधे करने में कोई दिक्कत होती है तो आप किसी भी इंस्टिट्यूट में जाकर एडमिशन ले सकते हैं और अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं वहां से आप ओ लेवल की तैयारी कर सकते हैं और एग्जाम देकर ओ लेवल का कोर्स कर सकते हैं अगर आपको इंस्टिट्यूट में जाने में कोई दिक्कत होती है तो आप इसका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करा सकते हैं और खुद से तैयारी करके ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं

इसके लिए आपको Nielit की वेबसाइट student.nielit.gov.in पर जाना होगा और O level Computer Course के एग्जाम के लिए O level Online Registration कराना होगा और स्वयं अध्ययन के आधार पर कोर्स का ऑनलाइन एग्जाम देना होगा

ओ लेवल कोर्स कोर्स का सिलेबस

यह तीन पेपर कंम्‍पसरी होते हैं  –

  1. M1 R4 (It tools and business system)
  2. M2 R4 (internet technology and web design)
  3. M3 R4 (C programming)

इसमें तीनों में से आपको कोई एक चुनना होता है

  1. M4 1-R4 (.Net programming)
  2. M4 2-R4 (introduction to multimedia)
  3. M4 3-R4 (ICT Re)

इस प्रकार कुल चार पेपर देने हैं

टैली Tally

(कोर्स की अवधि – 3 माह)

आप अकाउंटिंग में टैली का कोर्स कर सकते हैं इस कोर्स को करने के बाद आपको एक अच्‍छी सैलरी दी जा सकती है इस कोर्स को भी आप दसवीं के बाद कर सकते हैं आप लोगों में से बहुत से लोगों के मन में एक सवाल जरूर आता होगा कि अगर आप अच्‍छे से टैली का कोर्स कर लेते हैं तो क्‍या आप एक अच्‍छे Accountant बन सकते हैं या नहीं, आपकी अच्‍छी जॉब जरूर लगेगी अगर आपने टैली को अच्‍छे से सीखा है और आप उसके बारे में अच्‍छे से जानते हैं तो आप एक अच्‍छे Accountant बन सकते हैं

अगर आप टैली का कोर्स अच्‍छे से कर लेते हैं तो आप आसानी से किसी भी कंपनी में Accountant का काम कर सकते हैं या फिर किसी Chartered Accountant के साथ भी उनके Colleague का काम कर सकते हैं

टैली कोर्स का सिलेबस

टैली कोर्स में बिलकुल बेसिक टू एडवांस तक जानकारी दी जाती है जिसे सीखकर आप जॉब पर सकते हैं

इसके अलावा मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि यदि आप एक प्रोफेशनल कंप्यूटर कोर्स करना चाहते हैं, तो मैं आपको मेरी एक ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म PCSKILL.IN के बारे में जरूर बताना चाहूंगा।

जहां से आप डीसीए (Diploma In Computer Application) कोर्स कर सकते है। यह काफी प्रोफेशनल और यूज़फुल कोर्स है। जिसकी मदद से आप कंप्यूटर के बारे में ढेर सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जैसे कि

Diploma in Computer Application in Hindi

  1. कंप्यूटर फंडामेंटल (Computer Fundamental)
  2. माइक्रोसॉफ्ट वर्ड (Microsoft Word)
  3. माइक्रोसॉफ्ट एक्सल (Microsoft Excel (Beginners to Advance)
  4. माइक्रोसॉफ्ट पावर पॉइंट (Microsoft PowerPoint)
  5. माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस (Microsoft Access)
  6. माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशर (Microsoft Publisher)
  7. माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक (Microsoft Outlook)
  8. टैली प्राइम + जीएसटी रिटर्न्स (Tally Prime with GST Returns)
  9. फोटोशॉप (Photoshop Full Course)
  10. कोरल ड्रॉ (CorelDraw Full Course)
  11. एक्सेल एम आई एस (Excel MIS Full Course)
  12. एक्सेल पावर क्वेरी (Excel Power Query Full Course)
  13. गूगल शीट्स (Google Sheets Full Course)
  14. वीडियो एडिटिंग (Video Editing Full Course)
  15. एचटीएमएल (HTML Full Course)

इस कोर्स में आप ऊपर बताए गए सारे सॉफ्टवेयर और टॉपिक के बारे मे पूरे विस्तार से जानकारी पाएंगे। साथ ही हर सब्जेक्ट के अंदर प्रैक्टिस करने के लिए प्रैक्टिस फाइल भी प्राप्त करेंगे।

अगर आप इंटरेस्टेड है इस कोर्स को करने के लिए तो एक बार मेरी वेबसाइट PCSKILL.IN पर जरूर जाए। जहां पर आप को इस समय काफी अच्छा खासा डिस्काउंट मिल सकता है। तो एक बार हमारी वेबसाईट पे जरूर जाए और इस कोर्स को जरूर चेक करें।

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