क्‍या है कॉल ड्रॉप – What is Call Drop in Hindi

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानि (TRAI) ने कॉल ड्राप (Call Drop) हाेने पर टेलीकॉम कंपनियों पर 10 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाने के दिशा निर्देश जारी किये हैं, तो आखिर ये कॉल ड्राप (Call Drop) की समस्या क्या है, जिस पर इतना बडा जुर्माना लगाने की जरूरत पडी तो आईये जानने की काेशिश करते हैं कि क्‍या है कॉल ड्राप – What is Call Drop in Hindi

शर्मा जी और उनके दाेस्‍त के बीच में बात चल रही थी, तभी अचानक नेटवर्क में दिक्‍कत आने की वजह से फोन कट गया, दोनों ही समझ नहीं पाये और दोबारा फोन लगाया 20-30 सेकेण्‍ड और बात हुई और फिर वही परेशानी हुई तीसरी बार फोन लगाया तब जाकर आपकी बात पूरी हो पायी, लेकिन वह दोनों ही समझ नहीं पाये कि जो परेशानी उनके साथ हुई थी उसे कॉल ड्राप (Call Drop) कहते हैं, “यानि जब दो लोग आपस में फ़ोन पर बात कर रहें हों और उनके फ़ोन काटे बिना ही नेटवर्क में दिक्कत की वजह से फ़ोन कट जाता है तो उसे कॉल ड्राप ( call drop ) कहा जाता है”

क्‍यों होती है कॉल ड्राप (Call Drop)

आपकी मोबाइल नेटवर्क कंंपनी की वजह से आप अपने शहर में देख ही रहे होगें कि कहीं नेटवर्क बहुत अच्‍छा आता है चाहे आप 7वीं मंजिल पर हों या अंडर ड्राउंड में लेकिन कहीं-कहीं आपके घर के बाहर भी नेटवर्क नहीं मिलता है ताे ऐसा होता क्‍यों है आईये जानते हैं आपके इलाके में जो मोबाइल टावर है उसकी एक क्षमता होती है इसे बैंडविड्थ (Bandwidth) कहते हैं और यह बैंडविड्थ (Bandwidth) उसे इलाके के मोबाइल कनेक्शन की संख्या के आधार पर बढाई या घटाई जा सकती हैं, अब मान लीजिये आपके मोबाइल टावर की बैंडविड्थ क्षमता 10000 मोबाइल के कनेक्शन झेल सकती है, लेकिन उस इलाके में 15000 फोन कनेक्शन हैं तो मोबाइल टावर के बैंडविड्थ (Bandwidth) से मोबाइल फोन कनेक्शन के बैंडविड्थ अधिक हो जाते हैं और टावर के पास जितनी बैंडविड्थ (Bandwidth)  होती है उस से अधिक इस्तेमाल होने लगती है और इसका परिणाम होता है कॉल ड्राप (Call Drop ) यानि फ़ोन का बीच में अपने आप कट जाना

मोबाइल नेटवर्क कंंपनी क्‍यों दोषी है 

मोबाइल नेटवर्क कंपनियां केवल उन्‍‍हीं इलाकों में अपने मोबाइल नेटवर्क को लेकर सजग रहती है जिन इलाकों से उसे अधिक आय होती है और वहीं मोबाइल टावर की बैंडविड्थ क्षमता बढाने पर जोर देती है लेकिन जिन इलाकों से आय कम हैं उस ओर वह ज्‍यादा ध्‍यान नहीं देेेेती हैं और कॉल ड्राप (Call Drop ) होती है

क्‍या है कॉल ड्रॉप (Call Drop ) के नियम 

कॉल ड्रॉप (Call Drop ) के संशोधित नियमों के अनुसार एक मोबाइल नेटवर्क सर्किल के 90 प्रतिशत मोबाइल टावरों पर कॉल ड्रॉप की का प्रतिशत 2 प्रतिशत से अधिक नहीं हाेना चाहियेे और अगर नेटवर्क की बहुत खराब है तो भी कॉल ड्रॉप की दर 3 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए और इस पर TRAI का कहना है कि मोबाइल कंपनीज ने उपभोक्ताओं की संख्या को देखते हुए टावर नहीं लगाये है जिसकी वजह उपभोक्ता को बड़ा नुकसान होता है जबकि मोबाइल कंपनीज होने वाली आमदनी की तुलना में अपने सेवा स्तर को सुधारने के लिए निवेश बहुत कम कर रही है 

क्‍या है कॉल ड्रॉप (Call Drop) का मुद्ददा 

TRAI ने यह प्र‍स्‍तावित किया है कि अगर मोबाइल कंपनियां कॉल ड्राप की दर को कम नहीं कर पाती है तो उन्हें हर उपभोक्ता को प्रति कॉल ड्रॉप (Call Drop) एक रूपये रिफंड देना होगा और यह अधिकतम तीन रूपये हो सकता है लेकिन मोबाइल कंपि‍नियां कहती हैं कि अगर उन्‍हें मुआवजा देना पडता है तो उन्‍हें बहुत घाटा होगा क्‍योंकि कॉल ड्रॉप (Call Drop) होने की वजह केवल तकनीकी कारण है तो कॉल ड्राप (Call Drop) पर मुआवजा देना संभव नहीं है 
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