प्लगइन शब्द आपने कई बार सुना होगा, कई साइटों और बेवपेज पर यह प्लगइन शब्द लिखा रहता है। प्लगइन क्या काम करता है और इससे क्या फायदा है, आईये जानने की कोशिश करते हैं –
चलिये बात कुछ हट कर करते हैं, आज ही आप ऑफिस के लिये नया कम्प्यूटर खरीद कर लायें है, जिसमें मॉनीटर, सीपीयू, की-बोर्ड, माउस और यूपीएस दिये गये हैं, अगर देखा जाये तो यह कम्प्यूटर कम्पलीट है इसमें कोई कमी नहीं जितना सामान एक आम कम्प्यूटर में होना चाहिये वह सबकुछ इसमें हैं, लेकिन आज ही आपका गाना सुनने का मन किया तो क्या इस पर सुना जा सकता है, जी नहीं इसके लिये आपको स्पीकर की जरूरत होगी, चलिये गाना छोडिये काम कर लेते हैं कुछ पेपर स्कैन करके भेजने हैं तो क्या इससे भेजे जा सकते हैं, जी नहीं इसके लिये आपको स्कैनर की आवश्यकता हाेगी, तो कुछ समझे ? जी हॉ कप्यूटर तो अपने आप में पूरा है लेकिन उससे कुछ एक्ट्रा काम लेने के लिये उसमें अलग से हार्डवेयर जोडे जाते हैं।
जानिये प्लगइन क्या है ?
इसी प्रकार कुछ ब्राउजर ऐसे होते हैं, जिसमें ऑडियो और वीडियो फाइल प्ले करने के लिये प्लगइन सॉफ्टवेयर की अावश्यता होती, जिससे ब्राउजर में आप ऑडियो और वीडियो देख व सुन पाते हैं, इसी प्रकार अगर आपको पीडीएफ फाइल ब्राउजर में खोलनी हो तो आपको पीडीएफ प्लगइन की अावश्यकता होगी, अगर आप किसी साइट पर फ्लैश गेम्स खेल रहे हैं तो आपको फ्लैश प्लेयर प्लगइन की अावश्यकता होगी। प्लगइन एक प्रकार से ब्राउजर का ही हिस्सा बन जाता है, उदाहरण के लिये Silverlight प्लगइन आपको फ़ायरफ़ॉक्स ब्राउजर में वीडियो और एनिमेशन देखने की सुविधा देता है, इसी प्रकार क्रोम कई तरह के प्लग इन के साथ आता है, जैसे Adobe Flash और PDF व्यूअर, जिनसे आपको यूट्यूब और पीडीएफ फाइल को ब्राउजर में ख्ाोलने में आसानी होती है।
ये कुछ मुख्य प्लगइन हैं जिन्हेंअाप डाउनलोड कर सकते हैं –
- एडोब रीडर – डाउनलोड
- फ़्लैश – डाउनलोड
- जावा – डाउनलोड
- क्विकटाइम – डाउनलोड
- शॉकवेव – डाउनलोड
- सिल्वर लाइट – डाउनलोड
चैक करें अपने ब्राउजर काे –
अगर आप चैक करना चाहते हैं कि आपके ब्राउजर में कौन-कौन से प्लगइन हैं और कौन-कौन से नहीं तो आप यहॉ क्लिक कर चैक कर सकते हैं, यहॉ प्लगइन की पूरी लिस्ट दी गयी है, रेट आइकन का मतलब आपके ब्राउजर में प्लगइन मौजूद नहीं है।