Malware protection and rescue मैलवेयर सुरक्षा और बचाव
माइ बिग गाइड पर आप सभी पाठकों एक बार पुन स्वागत है, पिछले सप्ताह माइ बिग गाइड की जानकारियॉ आप तक नहीं पहॅुच सकीं कारण यह रहा किसी व्यक्ति द्वारा माई बिग गाइड की साइट को हैक करके उस पर मैलवेयर अपलोड कर दिया था, जिस कारण आपके कम्प्यूटर और स्मार्ट फोन में माइ बिग गाइड ओपन नहीं हो रही थी, नौबत यहॉ तक थी कि इस साइट को बन्द तक करने का विचार था, लेकिन पिछले पॉच दिनों में साइट से मैलवेयर को हटा दिया गया है और यह पूर्व की भॉति ठीक काम कर रही है। साइट बन्द होने पर भी आप सभी का सहयोग लगातार मिलता रहा, जिसके लिये आप सभी का धन्यवाद।
इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए माह अक्टूबर, 2013 को माई बिग गाइड पर “कम्प्यूटर सुरक्षा+” (Computer Security +) के रूप में मनाया जायेगा, यहॉ पूरे माह में आपको कम्प्यूटर व इन्टरनेट की सुरक्षा सम्बन्धी जानकारियॉ दी जायेगीं, जिससे आपका कीमती कम्प्यूटर व ब्लाग/साइट सुरक्षित रह सकें।
आज हम चर्चा करेंगे मैलवेयर के बारे में –
क्या होता है मैलवेयर (Malware)?
मैलवेयर(Malware) एक प्रकार का कम्प्यूटर प्रोग्राम (Computer software) यानि Softwere होता है, आमतौर पर आप नये कम्प्यूटर में अपने हिसाब से अपनी सुविधानुसार प्रोग्राम (program) स्थापित (Install)करते है, जिसमें आपकी मर्जी से प्रोग्राम आपके कम्प्यूटर डाला जाता है, लेकिन मैलवेयर ऐसा प्रोग्राम होता है, जो आपकी बिना मर्जी के ही आपके कम्प्यूटर में प्रवेश कर जाता है और आपके कम्प्यूटर कब्जा कर लेता है। यह भी जान लीजिये कि यह बनाया किसके द्वारा जाता है, यह एक्सपर्ट कम्प्यूटर प्रोग्रामरों द्वारा बनाया जाता है, जिन्हें हैकर्स कहते हैं। हैकर्स आपके कम्प्यूटर या मोबाइल उपकरणों में मैलवेयर की सहायता से अपनी पहॅुच बनाते हैं। आपके कम्प्यूटर से जरूरी जानकारियॉ चुरा लेते हैं। जैसे आपके सभी ईमेल खातों के पासवर्ड आदि।
मैलवेयर की पहचान कैसे करें ?
यदि इन्टरनेट का प्रयोग करते समय आपके Internet ब्राउजर में अत्यधिक पॉपअप विंडो, टूलबार जो आपके द्वारा इन्स्टाल नहीं किये गये या गूगल पर सर्च करते समय कुछ अलग प्रकार के मैसेज आयें या आपके कम्प्यूटर की स्पीड अनायास ही धीमी हो जाये व अचानक ही हैंग होने लगे तो हो सकता है कि आपके कम्प्यूटर पर मैलवेयर का हमला हो गया है और आपका कम्प्यूटर खतरे में है। मैलवेयर एक प्रकार वायरस कॉम्बो पैक होता है, यानि यह कई प्रकार से आपके कम्प्यूटर में प्रवेश करता है, जिनमें स्पायवेयर, एडवेयर, ट्रोजन हार्स, वायरस, वार्म शामिल होते हैं।
स्पायवेयर –
स्पायवेयर आपसे छुपाकर आपकी गोपनीय जानकारियों को हैकर्स तक पहॅुचाता है, जब आप ऑनलाइन होते हो, हैकर्स द्वारा आपके कम्प्यूटर को हैक करते की समस्त गोपनीय जानकारी चुरा ली जाती है, और उसका गलत प्रयोग किया जाता है।
एडवेयर –
एडवेयर आजकल का प्रचलित मैलवेयर फैलाने का जरिया है, जब आप कोई ब्लाग या साइट ओपन करते हैं, तो उस लगाये गये एड विज्ञापन स्वत ही अलग अलग विण्डो में ओपन होने लगते हैं, कई विज्ञापन को साइट या ब्लाग स्वामी के द्वारा लगाये जाते हैं, लेकिन कुछ विज्ञापन कम्पनियॉ ब्लाग और साइट पर लगाने के लिये कोड का प्रयोग करती है, जिससे हिस्से में उस कोड को पेस्ट किया जाता है, वहॉ अपने आप बिना साइट साइट स्वामी की अनुमति के विज्ञापन प्रदर्शित किये जाते हैं, एडवेयर विज्ञापन को अपने आप कम्प्यूटर चलाता है बहुत से डाउनलोड आपकी बिना अनुमति के आपके कम्प्यूटर में कर दिये जाते हैं।
ट्रोजन हार्स –
यह बहुत ही छुपा रूस्तम होता है और दूसरे अर्थो में आस्तीन का सॉप होता है, यह अपने आप को बहुत ही काम की और उपयोगी एप्लीकेशन होने का दिखावा करता है, जिससे आप उसकी तरफ आकर्षित हो जाते हैं, और उसका काम बडे ही आसानी से हो जाता है, असल में ट्रोजन हार्स एक बहुत ही खतरनाक सॉफ़्टवेयर होता है, जो आपके कम्प्यूटर और मोबाइल को फायदा पहॅुचाने के बजाय उसमें से जानकारी चोरी कर लेता है और नुकसान पहॅुचाता है।
वायरस –
वायरस को तो आप शायद जानते ही होगें, यह सीधे सामने से हमला करता है, आपके कम्प्यूटर में प्रवेश करते ही आपकी फाइलों को नुकसान पहॅुचाना शुरू कर देता है, फोल्डरों को डिलीट या हाइड कर देता है, कुछ वायरस के होने के कम नुकसान होता है, लेकिन कुछ बहुत ही खतरनाक होते हैं, यह आपके कम्प्यूटर के समस्त डाटा को समाप्त कर सकते हैं या खराब कर सकते हैं, आपके आपरेटिंग सिस्टम को भी नुकसान पहॅुचा सकते हैं।
वार्म –
अलग प्रकार वायरस होता है, यह अपने आपको स्वंय ही आपके कम्प्यूटर में फैला सकता है, तथा धीरे-धीरे पूरे नेटवर्क में फैल सकता है।